नई दिल्ली/मुरादाबाद। एक थी लुटेरी दुल्हन। उसकी करतूत सुनकर और पढ़कर आप भी दंग रह जाएंगे। घरों में सेंघ लगाने के लिए उसके पास नायाब तरीका था। पहले वह घर के अंदर लोगों से घुलती मिलती थी, इसके बाद ऐसा चूना लगाती थी कि परिवार कंगाल हो जाता था। दो राज्यों की पुलिस को उसकी तलाश थी, लेकिन वह खाकी के आंखों में धूल झोंकने में कामयाब रही। आखिरकार वह पकड़ी गई।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। पुलिस को पूछताछ में उसने जो बताया उसे सुनकर खाकी के भी होश उड़ गए। इस काम में उसकी मदद करने वाले उसके पति को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पति लुटेरी दुल्हन का भाई बनकर रिश्ता तय करता था। ये दोनों अब तक कई परिवार को शिकार बना चुके हैं। गिरोह के तार देहरादून और दिल्ली से भी जुड़े हैं।
एसपी ग्रामीण उदय शंकर सिंह ने बताया कि मैनाठेर के जानकपुर निवासी योगेश (32) शादी करना चाहता था। सम्भल के नखासा थाना क्षेत्र के खंडालपुर निवासी जसवंत से उसकी जान पहचान थी। जसवंत ने रोहित उर्फ गौरव से संपर्क किया तो गौरव ममेरी बहन से शादी कराने की बात पर राजी हो गया। एक लाख चालीस हजार रुपये और एक लाख के जेवरात देने की बात पर शादी तय हो गई।
गजरौला निवासी ब्रह्मपाल की पत्नी मुन्नी के घर में योगेश को नाजो के परिवार वालों को मिलवाया और रिश्ता तय हो गया। योगेश को दुल्हन का नाम नाजो के बजाय प्रीति बताया गया था। 27 अक्टूबर को दोनों की शादी हुई। प्रीति विदा होकर जानकपुर आ गई। रात में उसने योगेश को चिकनगुनिया होने की बात बताई। सुबह योगेश मुरादाबाद के लिए घर से निकला।
योजनानुसार नाजो ने योगेश की मां रामकली, भाई प्रवेश तथा भतीजे अमन को नशीला पदार्थ खिलाकर अचेत कर दिया। इसके बाद गहने और घर में रखी नकदी समेट कर रोहित उर्फ गौरव के साथ चली गई। जाते समय योगेश की बाइक ले गई। घर लौटे योगेश को मामले की जानकारी हुई। रविवार शाम गुलाबबाड़ी इंदिरा कालोनी से पुलिस ने नाजो और उसके असली पति रोहित उर्फ गौरव को गिरफ्तार कर लिया।
शादी के बाद सभी जगहों पर की लूट
देहरादून के डालनवाला निवासी नाजो को हाईप्रोफाइल रहना पसंद है। देहरादून के रईस लोगों के साथ उठना बैठना है। पिता ठेके पर पेंटिंग करते थे। परिवार में तीन बहनें फुरकाना चौधरी, फरहा, खुशी तथा भाई अमन व रेहान हैं। दो साल पहले रामपुर निवासी हरिश्चंद्र भाटिया से उसकी शादी हुई। कुछ दिन बाद ही रिश्ता टूट गया। इसके बाद नाजो दिल्ली चली गई। दिल्ली में इसकी मुलाकात कथित मौसी से हुई।
मौसी शातिर आफाक बाकरी के गिरोह में सक्रिय सदस्य थी, जो मानव तस्करी में लिप्त रहा था। वह दिल्ली से पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मुम्बई में युवतियों को लेकर जाती रहती थी। मौसी के गिरोह में शामिल होने के बाद नाजो की शादी गजरौला के अरुण, हरियाणा के एक परिवार में, मैनाठेर जानकपुर के योगेश से हो चुकी है। सभी जगह शादी के बाद लूटपाट की।