एक ऐसा जगह जहा पर महिलाओ को अपनी कोख से किसी तरह का कोई लगाव नहीं है , जी हाँ, महाराष्ट्र के बीड जिले में गन्ने की फसल काटने वाली कई महिलाएं अपनी कोख ऐसे निकलवा रही हैं जैसे कोई कपडे उतारता है. जानकारी मिली है कि यहाँ की महिलाएं ऐसा इसलिए कर रही हैं ताकि वो हर दिन खेतों में काम कर सकें. महिलाओं का कहना है कि पीरियड्स के कारण उन दिनों में महिलाये खेती नहीं कर पाती हैं जिस वजह से उन्होंने अपनी कोख निकलवा दी.
सूत्रों के मुताबिक पता चला है की आर्थिक तंगी के कारण वह गन्ने के खेत में फसल काटने जाती थी| महिलाओं का कहना है कि पीरियड्स के दिनों में काम पर नहीं आने पर उनका ठेकेदार पैसे काट लेता है. इसलिए मजबूरन उन्हें अपनी कोख निकलवानी पड़ी.
इसके आलावा महिलाओं को पीरियड्स के दिनों में कई तरह की बीमारियों का भी सामना करना पड़ता था. जिस वजह से उनका खर्च हर माह बढ़ जाता है. इससे बचने के लिए महिलाओं ने कोख निकालने का फैसला लिया|नजदीकी लोगो का कहना है की कोख निकालने का यह धंधा बहुत समय से चल रहा था. यहाँ के डॉक्टर पैसों की लालच में महिलाओं की कोख निकाल देते हैं| वही जिले के डॉक्टरों का कहना है कि, मजदूरी करने की वजह से महिलाएं अपनी साफ-सफाई का ध्यान नहीं रख पाती हैं, जिसके चलते उन्हें गर्भाशय की बीमारियों का सामना करना पड़ता है.
बीड जिले की सामाजिक कार्यकर्ता मनीषा तोकले ने बताया, “पीरियड्स के दौरान कपड़े का इस्तेमाल करने से कई महिलाओं को गर्भाशय का इंफेक्शन हो जाता है, जो कुछ समय के बाद कैंसर का रूप भी ले लेता है. कैंसर का इलाज कराने जब महिलाएं हॉस्पिटल पहुंचती हैं, तो यहां के कुछ डॉक्टर रुपयों के लालच में बीमारी का सही इलाज करने के बजाए कैंसर से मौत का डर दिखाकर गर्भाशय ही निकाल देते हैं और महिलाएं मौत के डर से अपना गर्भाशय निकलवाने के लिए मजबूर हो जाती हैं.” फिलहाल कोख निकालने की खबर के सामने आने के बाद महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (MSCW) घटना की जांच कर रहे है और कई एनजीओ भी महिलाओं के साथ हो रही बदसलूकी को रोकने के लिए प्रयास कर रहे हैं.