भारत में कई मंदिर है जिनकी अपनी विशेषताएं है। अपनी इन मान्यताओं के कारण दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। मध्य प्रदेश के सतना जिले के कटनी में मां शारदा का मंदिर स्थित है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि जो भी रात को यहां रुकता है, उसकी मौत हो जाती है। जिसके कारण मंदिर को रात 2 से सुबह 5 बजे तक बंद रखा जाता है।
एक मान्यता के अनुसार प्रजापति दक्ष की पुत्री ने भगवान शंकर को यज्ञ में नहीं बुलाने के कारण सती ने यज्ञ कुंड में कूदकर अपनी प्राणाहुति दे दी। जब भगवान शिव ने सती के पार्थिव शरीर को निकाल कर कंधे पर उठा लिया और गुस्से में तांडव करने लगे। तब भगवान विष्णु ने ब्रह्मांड की रक्षा करने के लिए माता सती के पार्थिव देह को 52 भागों में विभाजित कर दिया। माना जाता है कि उस समय माता का हार यहां पर गिरा था।
श्रद्धालुओं की मान्यता है कि जो हठपूर्वक यहां रुकने की कोशिश करता है, उसकी मौत हो जाती है। खास बात तो यह है कि ये पूरे भारत में अकेला मंदिर है। त्रिकूट पर्वत पर मैहर देवी का मंदिर भू-तल से 600 फीट की ऊंचाई पर है। तब मां शारदा का मंदिर आता है।