उपचुनाव मतगणना: गोरखपुर में बीजेपी, फूलपुर में सपा उम्मीदवार आगे
उपचुनाव मतगणना: गोरखपुर में बीजेपी, फूलपुर में सपा उम्मीदवार आगे

उपचुनाव मतगणना: गोरखपुर में बीजेपी, फूलपुर में सपा उम्मीदवार आगे

उत्तर प्रदेश की गोरखपुर, फूलपुर और बिहार की अररिया समेत दो विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती शुरू हो गई है. कुछ ही देर में शुरुआती रुझान आने भी शुरू हो जाएंगे. उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की साख दांव पर है. वहीं बिहार में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर सभी की निगाहें हैं. सभी सीटों पर 11 मार्च को वोट डाले गए थे. 

उपचुनाव मतगणना: गोरखपुर में बीजेपी, फूलपुर में सपा उम्मीदवार आगे

9.12 AM: उत्तर प्रदेश के फूलपुर सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नागेंद्र पटेल 2019 वोटों से आगे चल रहे हैं. फूलपुर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की सीट रही है. अभी फाफामऊ और फूलपुर विधानसभा पर सपा आगे चल रही है.9.01 AM: गोरखपुर में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ईवीएम पर सवाल उठाए. सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को वहां से बाहर निकाला गया.

8.51 AM: बिहार की अररिया लोकसभा सीट से आरजेडी के सरफराज आलम 2000 वोटों से आगे चल रहे हैं.
8.50 AM: उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के कौशलेंद्र पटेल आगे चल रहे हैं
8.45 AM: बिहार के जहानाबाद में आरजेडी के कुमार कृष्ण आगे चल रहे हैं
8.37 AM: गोरखपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी के उपेंद्र शुक्ल 11500 वोटों से आगे चल रहे हैं. अभी पहले राउंड की ही गिनती हुई है, कुल 34 राउंड की गिनती होनी है.
8.30 AM: उत्तर प्रदेश की गोरखपुर, फूलपुर लोकसभा सीट और बिहार की भभुआ विधानसभा सीट पर बीजेपी को बढ़त, अररिया लोकसभा-जहानाबाद विधानसभा सीट पर आरजेडी को बढ़त
8.25 AM: बिहार की भभुआ विधानसभा सीट पर बीजेपी को बढ़त
8.22 AM: बिहार की जहानाबाद विधानसभा सीट पर आरजेडी आगे, शुरुआती रुझानों में बढ़त
8.20 AM: बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि चाहे सभी पार्टियां एक हो जाए, लेकिन बीजेपी ही चुनाव जीतेगी.
8.14 AM: शुरुआती रुझान आने शुरू, गोरखपुर-फूलपुर में BJP आगे, अररिया में RJD को बढ़त
8.00 AM: गोरखपुर, फूलपुर, अररिया, भभुआ, जहानाबाद में वोटों की गिनती शुरू.
गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव के लिये मतदान बीते 11 मार्च को हुआ था. इस दौरान क्रमशः 47.75 प्रतिशत और 37.39 फीसद वोट पड़े थे. गोरखपुर सीट के लिये 10 और फूलपुर सीट पर 22 उम्मीदवार मैदान में थे. गोरखपुर सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के और फूलपुर सीट उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के विधान परिषद की सदस्यता ग्रहण करने के बाद त्यागपत्र देने के कारण खाली हुई थी. यूपी के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने इन सीटों पर जमकर प्रचार किया था. इस वजह से इन दोनों नेताओं की साख दांव पर लगी हुई है.

यूपी-बिहार में औसत मतदान
उत्तर प्रदेश और बिहार में हुए लोकसभा उपचुनाव में मतदान का प्रतिशत कम रहा. इन सीटों पर हुए मतदान को आगामी आम चुनावों से पहले बीजेपी के लिए एक इम्तिहान माना जा रहा है. उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि गोरखपुर में 43 फीसदी मतदाताओं ने जबकि फूलपुर में 37.39 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया. दूसरी ओर बिहार के अररिया लोकसभा के लिए हुए उपचुनाव में 57 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

भभुआ और जहानाबाद पर वोटिंग
बिहार के भभुआ और जहानाबाद विधानसभा सीटों के लिए कराये गए उपचुनाव में क्रमश: 54.03 फीसदी और 50.06 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

2019 का सेमीफाइनल
योगी ने इस उपचुनाव को 2019 के लोकसभा चुनाव का पूर्वाभ्यास करार दिया था. इस चुनाव में बीजेपी, सपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय संघर्ष है.
भगवा पार्टी ने फूलपुर से कौशलेंद्र सिंह पटेल और गोरखपुर से उपेंद्र दत्त शुक्ल को उम्मीदवार बनाया है, जबकि इन दोनों सीटों पर समाजवादी पार्टी के क्रमश: परवीन निषाद और नागेंद्र प्रताप सिंह मैदान में है. कांग्रेस ने इन दोनों सीटों पर बीजेपी और सपा उम्मीदवारों के सामने क्रमश: मनीष मिश्र और सुरीथा करीम को खड़ा किया है.
नीतीश और तेजस्वी की साख दांव पर
बिहार में सत्तारूढ़ बीजेपी-जदयू गठबंधन और विपक्षी राजद-कांग्रेस गठबंधन अररिया लोकसभा सीटों पर और दो विधानसभा क्षेत्र में आमने सामने हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पिछले साल महागठबंधन तोड़ कर बीजेपी की अगुवाई वाली राजग में शामिल होने के बाद प्रदेश में पहली बार मतदान हुए हैं.
बीजेपी और आरजेडी के बीच टक्कर
अररिया से राजद सांसद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद यह इस सीट पर उप चुनाव कराया गया है. इस सीट पर यहां लड़ाई मुख्य रूप से राजद और बीजेपी के बीच है. राजद ने तस्लीमुद्दीन के बेटे सरफराज आलम को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने प्रदीप सिंह को खड़ा किया है. प्रदीप यहां से 2009 में चुनाव जीत चुके हैं जबकि 2014 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
दूसरी ओर जहानाबाद और भभुआ के मौजूदा विधायकों के निधन के बाद यहां मतदान कराया गया है. जहानाबाद सीट पर राजद का कब्जा था और यहां से दिवंगत विधायक मुंद्रिका यादव के बेटे कृष्ण मोहन राजद के टिकट पर मैदान में हैं जबकि भभुआ से बीजेपी ने दिवंगत विधायक आनंद भूषण पांडे की पत्नी रिंकी रानी को मैदान में उतारा है.

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