अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने आज संकल्प लिया कि वे उत्तर कोरिया द्वारा पैदा किये गये खतरों से निपटने के लिये रक्षा सहयोग के जरिये अपना गठबंधन मजूबत करेंगे। इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोल को अरबों डॉलर के सैन्य उपकरण बेचने की सैद्धांतिक मंजूरी भी दी।
मंगलवार को, उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर से एक मिसाइल दागी थी, जिससे बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अग्रिम सैन्य कार्रवार्ई के खतरों से निपटने के लिये सभी विकल्पों पर विचार करने पर जोर दिया था।
व्हाइट हाउस ने एक बयान में बताया कि ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के समकक्ष नेता मून जे-इन से फोन पर उत्तर कोरिया के अस्थिरताकारी और भड़काउ व्यवहारै से निपटने के लिए एक समन्वित प्रतिक्रिया पर चर्चा की।
चीन के बहकावे में नहीं आया रूस, दिया भारत का साथ
इसमें ट्रंप और मून ने उत्तर कोरिया पर मजबूत राजनयिक और आर्थिक दबाव बनाने और उत्तर कोरिया द्वारा उत्पन्न खतरे को रोकने और उससे बचाव करने के लिए सभी आवश्यक तैयारी करने का संकल्प लिया।
दोनों नेताओं ने रक्षा सहयोग के माध्यम से गठबंधन को मजबूत करने और दक्षिण कोरिया की रक्षा क्षमता को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की। व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रम्प प्रशासन योजनाबद्ध खरीद के जरिये अरबों डॉलर के अमेरिकी सैन्य उपकरण दक्षिण कोरिया को बेचने के लिये अपना वैचारिक अनुमोदन प्रदान करता है।
इससे इतर ट्रंप ने कजाखस्तान के राष्ट्रपति नूरसुल्तान नज़रबायेव से भी फोन पर बात की और उनसे दोनों देशों के 25 साल के संबंधों और अपनी हालिया दक्षिण एशिया रणनीति पर चर्चा की। ट्रम्प ने कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुएल सांतोस के साथ भी बात की।
व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने अवैध नशीले पदार्थों के उत्पादन और तस्करी को खत्म करने के लिए कोलंबिया की ओर से किए जा रहे अधिकतम कार्य के महत्व पर भी बल दिया।