उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार को होगी। विधानसभा चुनावों से ऐन पहले आयोजित हो रहे इस सत्र को सत्ता व विपक्ष के बीच फाइनल मुकाबले की तरह देखा जा रहा है। इस दौरान दोनों ही सदन में एक दूसरे को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।
सत्र की शुरूआत सोमवार को नेता प्रतिपक्ष रही डॉ. इंदिरा हृदयेश सहित कई दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि से होगी। विधानसभा की कार्यमंत्रणा में अभी पहले दिन का ही कार्यक्रम तय किया गया है जिसके अनुसार पहले दिन सिर्फ श्रधांजलि कार्यक्रम के लिए तय किया गया है। सोमवार को ही कार्य मंत्रणा समिति की दुबारा बैठक बुलाई गई है जिसमें सत्र के आगे के कार्यक्रम तय किए जाएंगे। विदित है कि सरकार ने 23 अगस्त से 27 अगस्त तक विधानसभा का सत्र बुलाया है। इस दौरान अनुपूरक बजट के साथ ही तीन- चार विधेयकों के भी सदन के पटल पर रखे जाने की उम्मीद है। इस सत्र के दौरान कांग्रेस देवस्थानम बोर्ड व सख्त भू कानून में संशोधन के लिए प्राइवेट मेम्बर बिल भी लेकर आ रहे हैं। ताकि इन दोनों ही मुद्दों पर सदन में सरकार की घेरेबंदी की जा सके। ये दोनों ही विषय हाल के दिनों में सबसे ज्वलंत मुद्दे रहे हैं। इसके अलावा भ्रष्टाचार, महाकुंभ में भ्रष्टाचार और प्रचंड बहुमत के बावजूद बेरोजगारी और महंगाई पर रोक न लग पाने को भी विपक्ष सदन के भीतर उठाने की पूरी कोशिश करेगा।
सत्र की तैयारियां पूरी
इधर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत विधायकों के बैठने की व्यवस्था सदन व सदन के बाहर दो स्थानों पर की गई है। इसके अलावा अफसरों के लिए अलग कक्ष तय किया गया है। इस बार भी मीडिया की एंट्री विधानसभा परिसर तक ही होगी और सदन की कार्यवाही लाइव प्रसारण के जरिए दिखाई जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि विधानसभा में प्रवेश के लिए कोरोनारोधी टीके की दोनों डोज का प्रमाण पत्र या 72 घंटे के भीतर की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।