भाजपा सरकार का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर सोमवार को तस्वीर साफ हो जाएगी। इसके साथ ही मंत्रिमंडल के संबंध में चर्चा तेज हो गई है। पार्टी के 47 विधायकों में 35 पुराने तो 12 एकदम नए चेहरे हैं।
अनुभव और युवा जोश का मिश्रण देखने को मिलेगा
भाजपा विधायकों में 12 पूर्व मंत्री शामिल हैं, जिनमें आठ पिछली सरकार में मंत्री थे। पार्टी की महिला विधायकों की संख्या छह है। इस सबको देखते हुए समझा जा रहा है कि इस बार मंत्रिमंडल में अनुभव और युवा जोश का मिश्रण देखने को मिलेगा।
मुख्यमंत्री के चयन को लेकर पिछले 10 दिन से चल रहे प्रयास अब अंतिम सोपान पर हैं और सोमवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में नए मुखिया के नाम की घोषणा हो जाएगी। इसके साथ ही नए मुखिया के मंत्रिमंडल में कौन-कौन से चेहरे शामिल होंगे, इसे लेकर भी पार्टी स्तर पर मंथन चल रहा है। मंत्री पद के दावेदारों ने भी अपने-अपने स्तर से प्रयास तेज किए हुए हैं।
मुख्यमंत्री के अलावा 11 मंत्री बनाए जा सकते हैं
संवैधानिक प्रविधान के अनुसार राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री के अलावा 11 मंत्री बनाए जा सकते हैं। माना जा रहा है कि गुजरात फार्मूले का कुछ अंश भाजपा यहां अपना सकती है। यहां अनुभव के साथ कुछ युवाओं को मौका दिया जा सकता है। चर्चा है कि वरिष्ठ विधायकों में छह या सात को नए मंत्रिमंडल में लिया जा सकता हैं। पार्टी के महिला विधायकों की संख्या छह है।
यही नहीं, विधानसभा चुनाव में महिलाओं का मत-प्रतिशत भी पुरुषों के मुकाबले अधिक रहा है। पार्टी मानती है कि महिलाओं का बढ़ा मत प्रतिशत भाजपा के लिए फायदेमंद रहा है। ऐसे में मातृशक्ति को सम्मान देते हुए महिला विधायकों में से कम से कम दो को मंत्रिमंडल में स्थान मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है। इसके अलावा नए चेहरों में से भी दो या तीन को अवसर दिया जा सकता है।
इसके साथ ही मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन साधने का प्रयास भी किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि इस संबंध में पार्टी में उच्च स्तर पर विमर्श चल रहा है। अनुभव व युवा जोश के मिश्रण के साथ ही सभी समीकरणों को साधते हुए मंत्रियों के नाम तय किए जाएंगे। मुख्यमंत्री का चयन होने के बाद मंत्रिमंडल को अंतिम रूप दिया जाएगा।
23 मार्च को हो सकता है शपथ ग्रहण
लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने जा रही भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारियां भले ही शुरू हो गई हों, लेेकिन अभी तिथि अंतिम रूप से तय नहीं हो पाई है। यद्यपि, समझा जा रहा है कि सोमवार को विधायक दल के नेता का चुनाव होने के बाद शपथ ग्रहण समारोह मंगलवार या बुधवार को हो सकता है, लेकिन यह नए मुख्यमंत्री पर निर्भर करेगा।
सूत्रों के अनुसार ज्यादा संभावना है कि बुधवार 23 मार्च को शपथ ग्रहण हो सकता है। यद्यपि भाजपा के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार का कहना है कि अभी शपथ ग्रहण की तिथि तय नहीं है, लेकिन स्थान परेड मैदान तय है।
उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण भव्य होगा और इसमें प्रदेश के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व रहेगा। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई केंद्रीय मंत्री व भाजपाशासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हो सकते हैं।