देहरादून: परिवहन विभाग में हुए पेनाल्टी घोटाले मामले पर दो कर्मचारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। परिवहन मंत्री कार्यालय से इसकी संस्तुति कर दी गई है। माना जा रह है कि जल्द इस संबंध में आदेश जारी कर दिए जाएंगे। परिवहन विभाग में वर्ष 2015 में पेनाल्टी घोटाला सामने आया था।
इसमें तत्कालीन लेखाकार पर आरोप लगे कि उसने अपनी मनमर्जी से फिटनेस व टैक्स के तकरीबन 122 मामलों में केवल 45 हजार का जुर्माना लगाया, जबकि इसका असल जुर्माना तकरीबन 14 लाख के आसपास था। तत्कालीन लेखाकार पर कार्रवाई तो हुई लेकिन नाम मात्र की। इस मामले में एक कर्मी और संलिप्त पाया गया। बीते माह जनवरी में हुई बैठक में परिवहन मंत्री ने इस मामले में कोई कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई थी और आरोपियों को निलंबित करने के आदेश दिए थे।
परिवहन मंत्री की यह बात मीडिया में तो आई लेकिन बैठक में इसका कहीं उल्लेख नहीं हुआ। ऐसे में बैठक का कार्यवृत्त तैयार कर अनुमोदन के लिए परिवहन मंत्री कार्यालय भेजा गया। वहां से कर्मचारियों के निलंबन पर मुहर लग गई है। इसके आदेश जल्द जारी होने की उम्मीद है।
समिति ने सौंपी शासन को रिपोर्ट
परिवहन विभाग में टैक्स की दरों में बदलाव के लिए गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। मंगलवार को इस संबंध में सचिव परिवहन की अध्यक्षता में बैठक भी हुई। जिसमें टैक्स के संबंध में चर्चा हुई। अब बुधवार को परिवहन मंत्री के साथ अधिकारियों की इस संबंध में फिर से बैठक होगी। इसके बाद ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।