देहरादून, उत्तराखंड में मजबूत पश्चिमी विक्षोभ और निम्न दबाव वाला क्षेत्र के कारण तीन दिन हुई भारी बारिश ने कई रिकार्ड ध्वस्त कर दिए। प्रदेश में इस दौरान औसत 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई। जबकि, अक्टूबर में पूरे माह में करीब 31 मिलीमीटर बारिश होती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो अक्टूबर में 36 साल बाद इतनी बारिश हुई है। वहीं कुमाऊं मंडल में तो बारिश ने अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। अकेले नैनीताल में 432 और ऊधमसिंह नगर में 368 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम के बदले मिजाज ने प्रदेश में दुश्वारियां बढ़ा दीं। मानसून की विदाई के करीब दस दिन के बाद अचानक मौसम के करवट बदलने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खासकर कुमाऊं में रविवार से मंगलवार तक लगातार हुई मूसलधार बारिश आफत बनकर बरसी। इससे पहले अक्टूबर में उत्तराखंड में सर्वाधिक बारिश वर्ष 1985 में 250 मिलीमीटर के करीब रिकार्ड की गई थी। इसके अलावा कुमाऊं में इससे पहले कभी अक्टूबर में इतनी बारिश नहीं हुई। केवल कुमाऊं मंडल की बात करें तो बीते तीन दिन में ही 300 मिमी से अधिक बारिश हो गई। जबकि, यह बारिश का अक्टूबर माह का आल टाइम रिकार्ड है।
ज्यादातर इलाकों में मौसम सामान्य रहने के आसार
बिक्रम सिंह (निदेशक, राज्य मौसम विज्ञान केंद्र) का कहना है कि उत्तराखंड में ज्यादातर इलाकों में मौसम सामान्य रहने के आसार हैं। हालांकि, पिथौरागढ़, नैनीताल, चम्पावत और पौड़ी में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। इसके अलावा देहरादून, हरिद्वार समेत आसपास के इलाकों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। सुबह और शाम के समय तापमान में गिरावट आ सकती है। मैदानों में कुहासा छाने की भी आशंका है।
जनपद—–वास्तविक बारिश—-सामान्य बारिश
- अल्मोड़ा——–245—————22
- बागेश्वर——–287—————22
- चमोली———167—————21
- चंपावत——–388—————58
- देहरादून———62—————32
- पौड़ी———–136—————23
- टिहरी———101—————12
- हरिद्वार——-52—————18
- नैनीताल—–432—————42
- पिथौरागढ़—262—————47
- रुद्रप्रयाग—-133—————23
- यूएसनगर—368—————37
- उत्तरकाशी—-83—————35
- प्रदेश का औसत—-209——31
- (बारिश मिलीमीटर में)