देहरादून, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भाजपा नेतृत्व जल्द अहम जिम्मेदारी सौंप सकता है। मंगलवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से त्रिवेंद्र की मुलाकात के बाद इस तरह की चर्चाओं ने जोर पकड़ा है। त्रिवेंद्र जल्द केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी भेंट करेंगे।
त्रिवेंद्र सिंह रावत को गत मार्च में तब मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा था, जब वह अपना चार साल का कार्यकाल पूर्ण करने जा रहे थे। हालांकि भाजपा का उत्तराखंड सरकार में नेतृत्व परिवर्तन का यह फैसला अप्रत्याशित था, लेकिन तब ही इस तरह के संकेत मिलने लगे थे कि पार्टी भविष्य में उनकी सांगठनिक क्षमता का इस्तेमाल करने की रणनीति पर चल रही है। पद से हटने के बाद भी त्रिवेंद्र की सक्रियता में कोई कमी नहीं आई। पूरे राज्य के भ्रमण के अलावा वह तमाम कार्यक्रमों में शिरकत करते रहे।
पिछले महीने की शुरुआत में त्रिवेंद्र ने अचानक दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा व गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। उस समय भी इस तरह की चर्चा रही कि पार्टी उन्हें विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में प्रभारी की भूमिका सौंप सकती है। त्रिवेंद्र पहले भी उत्तर प्रदेश में चुनाव सहप्रभारी रह चुके हैं। इस बीच सोमवार को त्रिवेंद्र ने लखनऊ जाकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कुछ अन्य पार्टी नेताओं से भेंट की।
मंगलवार को त्रिवेंद्र दिल्ली पहुंचे और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। पहले योगी और फिर नड्डा से मुलाकातों के बाद इंटरनेट मीडिया में कयास लगने लगे कि जल्द ही त्रिवेंद्र को उत्तर प्रदेश में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। त्रिवेंद्र सिंह रावत अभी दिल्ली में ही हैं। वह गृह मंत्री अमित शाह से भी भेंट करेंगे। समझा जा रहा है कि इसके बाद त्रिवेंद्र की नई भूमिका को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी।