सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन यानी सीएफबीसी की रिवाइजिंग कमेटी ने निर्माताअों को लगभग 89 कट्स की लिस्ट थमाई है। इस लिस्ट को पढ़े तो आसानी से कहा जा सकता है कि इसके बाद इस फिल्म में देखने लायक शायद ही कुछ बचे।
इसमें यह भी कहा है कि फिल्म में कही भी पंजाब का जिक्र नहीं किया जा सकता। रिवाइजिंग कमेटी ने फिल्म से जिन 89 सीन हटाने का कहा है उनमें से कुछ चुनिंदा इस लिस्ट में हैं…
1. फिल्म की शुरूआत में दिखाए गए पंजाब के साइब बोर्ड के सीन हटाइए।
2. पंजाब के शहरों जैसे जालंधर, अमृतसर, लुधियाना, तरन तारन के नाम हटाइए। फिर चाहे वो किसी डायलॉग में हों या गाने में।
3. पहले गाने में से ड्रग का नाम हटाइए।
4. तीसरे गाने से ‘चिट्टा’ शब्द हटाइए।
5. सारे अपमानजनक शब्द हटा दीजिए।
6. पूरी फिल्म में से इलेक्शन, एमपी, पार्टी, पार्टी वर्कर, एमएलए, पंजाब पार्लियामेंट।
7. तीेसरे गाने में से खुजलाते सरदार का सीन हटाइए।
8. ‘जमीन बंजर ते औलाद कंजर’ लाइन को हटाइए।
9. कुत्ते का नाम ‘जैकी चेन’ मत रखिए।
10. सेंसर के बाकायदा एक डिसक्लेमर भी लिखकर दिया है। जो जरूरत से ज्यादा लंबा है।