नई दिल्ली राजस्थान के सीकर गांव की एक गौशाला में गायों को मीरा बाई के भजन व रामचरितमानस की चैपइयां सुनाई जाती हैं। इससे गाय ज्यादा दूध दे रही हैं और लात मारना बंद कर दिया है।
गौशाला समिति के अध्यक्ष दौलत राम गोयल कहते हैं कि सुबह 5.15 से 8.00 बजे तक और शाम को 4.30 से 7.30 बजे तक यहां मीरा बाई के भजन और रामचरितमानस की चैपाइयां व अन्य भजन बजाए जाते हैं। पिछले सात साल में गायों ने इतना दूध कभी नहीं दिया जितना अभी दे रही है। इसका असर यह हुआ है कि छह माह पहले तक रोजाना 130 लीटर दूध देने वाली गाएं अब रोजाना 170 लीटर तक दूध दे रही हैं। इस गौशाला में 510 गाएं हैं।
इन्हें संगीत सुनाने के लिए गौशाला समिति ने छह माह पहले 40 हजार रुपए खर्च कर यहां म्यूजिक सिस्टम लगवाया है। पूरी गौशाला में छह एम्पलीफायर लगवाए गए हैं ताकि हर गाय संगीत का आनंद ले सके। इसका काफी सकारात्मक असर देखने मे आया है।