आयुर्वेद में लगभग हर बीमारी का इलाज होता है. प्राक्रतिक तरीके से ऐसी-ऐसी गंभीर बीमारियों का उपचार हो जाता जो महंगी दवाईयां भी नहीं कर पाती. हां, आयुर्वेद के उपचार में धैर्य बरतने की ज़रुरत होती है. इसका प्रोसेस भले ही लंबा हो पर रिजल्ट अच्छा होता है. आयुर्वेद में प्राकृतिक औषधियों का इस्तेमाल होता है.आतंकवाद पर ट्रंप की चेतावनी के विरोध में पाकिस्तान ने बंद की अमेरिका से बातचीत
आज हम जिस औषधि के बारे में बात करने जा रहे हैं उसे ब्राह्मी के नाम से जाना जाता है. ब्राह्मी को लोग ब्रेन बूस्टर भी कहते हैं. इसकी उपज गीली मिट्टी में अपने आप होती है. इसमें छोटे-छोटे चार पांच पंखुड़ियों वाले पर्पल और सफ़ेद कलर के फूल भी उगते हैं. याद्दाश्त को बढ़ाने में भी ब्राह्मी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आज हम ब्राह्मी से होने वाले कुछ अन्य फायदों के बारे में बात करेंगे.
ब्राह्मी के फायदे :
- अगर आप अपने बॉडी के कोर्टिसोल लेवल को कम करना चाहते हैं तो, ब्राह्मी का इस्तेमाल आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है. कोर्टिसोल एक तरह का स्ट्रेस हॉर्मोन होता है. इसका प्रयोग तनाव और चिंता से मुक्त रहने के लिए किया जाता है.
- ब्राह्मी का उपयोग अल्जाइमर्स की बीमारी को भी नियंत्रित रखता है. इसमें पाए जाने वाले एमिलॉइड यौगिक की वजह से दिमाग को होने वाले नुक्सान से बचाने में मदद करता है.
- ब्राह्मी एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. एंटी ऑक्सीडेंट का प्रयोग स्वस्थ जीवन के लिए ज़रूरी होता है. ब्राह्मी बॉडी में मौजूद उन तत्वों को भी ख़त्म कर देता है जो कैंसर सेल्स को बढ़ावा देते हैं..
- पाचन संबंधी प्रोब्लम्स को भी ब्राह्मी ठीक के देता है. इसका नियमित इस्तेमाल पाचन तंत्र को मजबूत रखता है.
- अगर आप आर्थराइटिस से ग्रसित हैं तो ब्राह्मी आपको आराम दिला सकता है. इसके अलावा गैस, अल्सर और बाउल सिंड्रम जैसी बीमारियों से भी निजात दिलाता है.
- ब्राह्मी शारीर में ब्लड शुगर के लेवल को भी नियंत्रित रखता है. इतना ही नहीं यह हाइपोग्लिसिमिया के लक्षणों से भी आराम दिलाता है..
- ब्राह्मी से बालों में डैनड्रफ या फिर खुजली की समस्या को भी दूर किया जा सकता है. सौंदर्य से जुड़ी समस्याओं में भी ब्राह्मी का उपयोग किया जाता है. एंटी ऑक्सीडेंट होने के कारण यह शरीर से विषैले पदार्थ को भी बहार निकाल देता है.