लेकिन अगर देखा जाये तो आजकल के ज़माने में रिश्तो की अहमियत जैसे ख़त्म सी हो गयी है चाहे वो लड़का हो या लड़की किसी के लिए रिश्ते कोई मायेने नही रखते| आजकल के समय में बहुत काम ही लोग ऐसे देखने को मिलेंगे जो की अपने शदिशुअद रिश्ते से संतुस्ट है नही तो अक्सर ये देखने को मिलता है की कोई भी ज्यादा दिन तक शादी जैसे पवित्र रिश्ते से संतुस्ट नही होता| जब शादी हो जाती है और कुछ साल बीत जाते है तो बहुत से लोगो का दिमाग भटक जाता है और वो परे स्त्रियों को देखने लगते हैं और अपनी पत्नी का अनादर करते है|
hमारे देश में विवाह एक ऐसा बंधन माना जाता है। जो केवल शरीर का नहीं बल्कि तन, मन और आत्मा का पवित्र बंधन होता है। वैदिक संस्कृति के अनुसार, जीवन को महत्वपूर्ण सोलह संस्कारों में विभाजित किया गया है। जिसमें विवाह संस्कार भी शामिल है, जिसके बिना जीवन अधूरा माना जाता है।किसी के प्रति आकर्षण होना एक अलग चीज है लेकिन उस आकर्षण के चलते अपनी शादीशुदा जिन्दगी को ताक पर रख देना बिल्कुल गलत है. हालांकि किसी भी बात को सही गलत ठहराने से पहले ये जान लेना बहुत जरूरी है कि उस बात की वजह क्या है. एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर होने के बहुत से कारण हो सकते हैं लेकिन अगर समय रहते उन कारणों को जान लिया जाए तो इस मुसीबत से पार पाया जा सकता है|