देश में 3 जून को मॉनसून का आगमन दक्षिण पश्चिम इलाकों की तरफ हो चुका है और अब यह आगे बढ़ रहा है। धीरे-धीरे मॉनसून भारत के उत्तरी राज्यों की तरफ भी पहुंच रहा है। ऐसे में उत्तरी राज्यों में बारिश की आशंका जताई जा रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की मानें राजस्थान और उत्तर प्रदेश (यूपी) के कई हिस्सों में रविवार (6 जून) को तेज हवाएं चलने के अलावा बारिश हो सकती है। आईएमडी ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून मध्य अरब सागर, कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों, गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्से, कर्नाटक के अंदरूनी हिस्से, तेलंगाना के कुछ हिस्से, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, मध्य बंगाल की खाड़ी और बंगाल की खाड़ी के पूर्वोत्तर हिस्सों तक पहुंच चुका है। साथ ही अनुमान लगाया है कि अगले दस दिनों में मॉनसून ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और बिहार में भी पहुंच जाएगा।
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है
आईएमडी का कहना है कि 11 जून तक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है, जिस कारण मॉनसून को बढ़ने में सहयोग मिलेगा। ऐसे में यह ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और बिहार की तरफ पहुंच सकता है। आईएमडी ने जून में सामान्य बारिश होने का अनुमान जताया है। वहीं, अगर पूरे देश के मौसम की बात करें तो आईएमडी के अनुसार देशभर में अगले पांच दिनों तक लू चलने की संभावना न के बराबर है। ऐसे में लोग थोड़ी राहत महसूस कर सकते हैं। वहीं, नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राजस्थान के अनेक हिस्सों में बूंदाबांदी व बारिश का दौर जारी रह सकता है। बता दें, राजस्थान में कई जगहों पर पिछले चौबीस घंटे में एक से तीन सेंटीमीटर तक बारिश हुई।
राजस्थान के कई हिस्सों में हुई वर्षा
जयपुर मौसम केंद्र के प्रवक्ता के अनुसार एक और नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हरियाणा व आसपास के इलाकों में परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से शनिवार (5 जून) व रविवार को बीकानेर, चूरू, नागौर व हनुमानगढ़ जिलों में आंधी के साथ अचानक 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने व बारिश होने की संभावना है। वहीं जयपुर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर व अजमेर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर आगामी तीन, चार दिन दोपहर के बाद आंधी के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने के आसार हैं।