दुनिया में कई धर्मों के लोग रहते हैं, जिनके हर चीज को लेकर रीति-रिवाज भी अलग-अगल होते हैं। ऐसे ही दुनियाभर में मृत्यु के बाद इंसान का अंतिम संस्कार करने का रिवाज है।
एक गांव ऐसा भी है जहां आदमी-औरत, बूढे-बच्चे कोई भी नहीं पहनता ………
हर धर्म में अंतिम संस्कार की अलग-अगल प्रथाएं होती है। हिंदु धर्म में मृतक को आग लगाई जाती है और मुस्लिम दफना कर इस प्रथा को निभाते है लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी प्रथा के बारे में बताने जा रहे है, जिसमें अजीब तरह से लोगों का अतिंम संस्कार करते हैं। ऐसा माना जाता है कि कुछ जगहों पर यह प्रथाएं खत्म हो चुकी है लेकिन कुछ लोग आज भी इस को मानते है।
इस प्रथा को मैडागास्कर के लोग मानते है। इस प्रथा में मृतक के रिश्तेदार समय-समय पर शव की कब्र को निकाल कर, कपड़े से साफ करते है और उसके आस-पास डांस करने लगते है। फिर सव को गांव का चक्कर लगवा कर वापिस उसी जगह पर दफना दिया जाता है।
2. लटकते हुए ताबूत
पहले समय में चाइना के राजवंश में मृत लोगों के ताबूतों को पहाड़ की चोटी पर रखा जाता था। लोगों का मानना था कि शव को आकाश के करीब रखने से उसे स्वर्ग नसीब होता है।
3. गिद्धों को खिलाना
पारसी समुदाय में मृत्यु के बाद शरीर को नेहला-धुला कर पारसियों के धार्मिक स्थान, Tower of Silence में गिद्धों के लिए छोड़ दिया जाता था। लोगों का मानना था कि मरने के बाद इंसान को मानवीय शरीर को त्याग देना चाहिए।
4. गला घोंटना
यह प्रथा, फिजी के कुछ इलाकों मनाई जाती है। इस प्रथा में मृत इंसान के किसी करीबी की गला घोंट कर मौत दे दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मृतक को दूसरी दुनिया में अकेला नहीं जाना चाहिए।
5. नरभक्षिता
ब्राजील के कुछ इलाकों में अंतिम संस्कार की यह प्रथा थी कि मरने वाले के करीबी रिश्तेदार उसके शरीर को खा लेते थे लेकिन अब यह प्रथा खत्म हो चुकी है।