यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और सीबीआई ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है. टीम ने मुख्य आरोपी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पूछताछ जारी है. साल 2015 में हुए इंजीनियर अंकित चौहान हत्याकांड का खुलासा करते हुए शुक्रवार को एसटीएफ ने मुख्य आरोपी शशांक जादौन और मनोज कुमार को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी शशांक पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा था.
अंकित चौहान हत्याकांड यूपी पुलिस, एसटीएफ और सीबीआई के लिए चुनौती बना हुआ था. इस केस के एक आरोपी की चार महीने पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी. फिलहाल एसटीएफ शशांक और दूसरे आरोपी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है. बताते चलें कि अंकित की हत्या की मुख्य वजह फॉर्च्यूनर गाड़ी लूटना था. गाड़ी लूटने में असफल होने पर आरोपियों ने पेशे से इंजीनियर अंकित की हत्या कर दी थी. हाईकोर्ट के आदेश के बाद केस की जांच सीबीआई की सौंपी गई थी.
क्या था पूरा मामला
13 अप्रैल, 2015 को अंकित अपनी पत्नी से मिलकर दोस्त गगन के साथ अपनी फॉर्च्यूनर कार से घर लौट रहा था. सेक्टर-76 के पास पहुंचते ही अकॉर्ड कार में बैठे शशांक, मनोज और पंकज ने अंकित की कार को ओवरटेक किया और उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. फायरिंग में अंकित की मौके पर ही मौत हो गई.
रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़ा था मुख्य आरोपी
पुलिस, एसटीएफ और सीबीआई आरोपियों की तलाश में जुटी थीं. शशांक और मनोज फरार चल रहे थे. एक आरोपी पंकज की बीमारी के चलते मौत हो गई. दरअसल शशांक रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़ा हुआ था. उसे लगातार घाटा हो रहा था. शशांक और मनोज के बीच पैसों का लेन-देन था. सतपाल उर्फ सत्ते ने उन्हें फॉर्च्यूनर कार के बदले 8-10 लाख रुपये देने की बात कही थी. मुख्य आरोपी शशांक पढ़ाई में भी काफी होनहार है. शशांक इंजीनियरिंग कर चुका है. फिलहाल एसटीएफ सत्ते की तलाश कर रही है.