आर्मी चीफ बिपिन रावत ने जवानों को सोशल मीडिया से दूर रहने की सलाह दी है। रावत ने साफ कहा है कि अगर किसी भी जवान को शिकायत है तो वो पहले हमारे पास आएं।
साथ ही रावत ने कहा कि जो भी हमारे पास शिकायत लेकर आएगा उसे डरने की जरूरत नहीं हैं हम उसकी पहचान गुप्त रखेंगे।
सोशल मीडिया से जवानों के बचना चाहिए। आपको बता दें की BSF जवान तेज बहादुर यादव का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमे BSF जवान ने वहां के रहन-सहन खान-पान पर सवाल उठाएं हैं। और बताया था की बड़े अधिकारी उनका सामान पहुंचने ही नहीं देते। मोदी सरकार जांच की अपील भी की थी। उसके बाद आर्मी के जवान का भी वीडियो सामने आया।
जीत सिंह नाम के जवान ने वीडियो के जरिए अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा है कि वह सीआरपीएफ में कार्यरत है। उसने बताया कि सीआरपीएफ के जवान देश में विषम परिस्थितयों में अपनी ड्यूटी देते हैं। लोकसभा चुनावों से लेकर ग्राम पंचायत के चुनाव में सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया जाता है। उसने कहा कि कश्मीर से लेकर छत्तीसढ़ के जंगलों, वीवीआईपी-वीआईपी सिक्युरिटी, एयरपोर्ट, मंदिर-मस्जिद और बाजारों में भी सीआरपीएफ के जवान अपनी सेवा देते हैं बावजूद इसके उन्हें दी जाने वाली सुविधाएं नाकाफी हैं।
पीएम मोदी से लगाई है गुहार
वायरल हुए इस नए वीडियो में जीत सिंह ने सरकार से मांग की है कि सीआरपीएफ के जवानों के साथ भेदभाव बंद किया जाए। उसने मांग की है कि सेना के जवानों की तरह ही सीआरपीएफ के जवानों को भी पेंशन सुविधा, मेडिकल सुविधा, कैंटीन की सुविधा प्रदान की जाए। जीत सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ध्यान अपनी मांगों की तरफ आकृष्ट किया है।