तीन सत्र पहले भारत को इस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका ने हराया था। लेकिन उसके बाद से भारतीय टीम ने लगातार तीन सीरीज जीती है। ऑस्ट्रेलिया से 2009-10 में हारने के बाद भारत 16 द्विपक्षीय मैचों में पाकिस्तान (2012) और दक्षिण अफ्रीका से हारा है।
भारत ने हाल में ऑस्ट्रेलिया पर वनडे सीरीज में 4-1 से जीत दर्ज की थी। उपकप्तान रोहित शर्मा ने 296 रन बनाए थे जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल थे। अजिंक्य रहाणे ने चार अर्धशतक समेत 244 रन जोड़े थे जबकि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने 222 रन बनाए थे। महेंद्र सिंह धोनी ने भी उम्दा बल्लेबाजी की थी। यदि भारतीय टीम ने यही लय कायम रखी तो न्यूजीलैंड को वानखेड़े की पिच पर हराना मुश्किल नहीं होगा।
बल्लेबाजों के मुफीद मानी जाने वाली इस पिच पर खूब रन बनने की उम्मीद है। चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की अगुवाई में नए स्पिन आक्रमण ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इन दोनों का साथ देने के लिए बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल भी हैं। तेज गेंदबाजी का मोर्चा भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह संभालेंगे।
न्यूजीलैंड को टेलर, गुप्टिल और विलियम्सन से उम्मीदें
न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी अनुभवी बल्लेबाज और पूर्व कप्तान रॉस टेलर, ओपनर मार्टिन गुप्टिल और कप्तान केन विलियम्सन के इर्द-गिर्द रहेगी। टेलर ने बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ अभ्यास मैच में शतक लगाया था। टॉम लाथम ने भी अभ्यास मैच में शतक लगाकर फॉर्म में आने के संकेत दिए हैं। गेंदबाजी की जिम्मेदारी अनुभवी ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी के कंधों पर होगी।