एजेंसी/नई दिल्ली: ईपीएफ पर टैक्स लगाने वाली मोदी सरकार अब अपना फ़ैसला वापस ले सकती है। चौतरफा विरोध के बाद सरकार ने यू टर्न के संकेत दिए हैं। माना जा रहा है कि आज लोकसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली बयान देकर इस पर स्थिति साफ कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से इस मामले में दोबारा विचार करने को कहा है। ऐसे में जेटली आज संसद में यह प्रस्ताव वापस लेने की घोषणा कर सकते हैं। इससे पहले सोमवार को कांग्रेस ने सरकार के फ़ैसले के विरोध में जंतर मंतर पर प्रदर्शन भी किया था।
बजट में क्या प्रस्ताव दिया गया है…
-40% से ऊपर ईपीएफ़ निकालने पर टैक्स
-अप्रैल से जमा 60% रकम पर लग सकता है टैक्स
-पेंशन स्कीम में निवेश पर नहीं लगेगा टैक्स
-15000 रुपये महीने से कम आय पर टैक्स नहीं
क्या है सरकार का तर्क…
-पेंशन योजना को बढ़ावा देना
-एकमुश्त पैसा न निकाल लें लोग
-आर्थिक सुरक्षा बनी रहे
-सिर्फ़ 60 लाख लोगों पर बोझ
-तीन करोड़ से ऊपर 15,000 रुपये महीने वाले
सरकार के पास क्या हैं विकल्प….
-टैक्सफ़्री ईपीएफ़ का दायरा बढ़ाए
-अप्रैल से जमा के सिर्फ़ ब्याज पर टैक्स
-नियोक्ता के योगदान पर 1.5 लाख की हद हटाना
इस पूरे मामले पर काफी हो हल्ला मचा हुआ है। EPF टैक्स के खिलाफ एक लाख से ज्यादा लोगों ने ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर भी किए हैं।