लखीमपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दुधवा में बर्ड फेस्टिवल का आगाज करेंगे। दुधवा अभी तक पलिया कलां क्षेत्र के दुधवा नेशनल पार्क का नाम गैंडा, टाइगर तथा हिरन के अभयरण्य के लिए विख्यात था। अब यहां पर बर्ड फेस्टिवल से नई कड़ी जुड़ेगी।
लखीमपुर के दुधवा में आज सीएम योगी आदित्यनाथ अंतरराष्ट्रीय बर्ड फेस्टिवल का आगाज करेंगे। तीन दिनी इस बर्ड फेस्टिवल में पक्षी प्रेमी 450 से अधिक पक्षियों की दुलर्भ प्रजातियों का दीदार कर सकेंगे। बर्ड फेसटिवल में हिस्सा लेने दस देशों के पक्षी प्रेमी भी दुधवा पंहुचे हैं। इसके लिए वन विभाग ने पूर्वोत्तर रेलवे के सहयोग से तीन दिन तक अल्ट्रा स्लो स्पीड में मैलानी से बिलराया तक 35 किमी की बर्डवॉचिंग रेल यात्रा का भी आयोजन किया है।
इस बड़े आयोजन के लिए टाइगर हैवेन परिसर पूरी तरह तैयार हो गया है। आज करीब 12 बजे सीएम योगी आदित्य नाथ का प्लेन हवाई पट्टी पर लैंड करेगा। यहां से फ्लोरिकन विलेज तक कार से जाएंगे। बर्ड फेस्टिवल से दुधवा अब विदेश में भी पहचान बनाएगा। इस फेस्टिवल में देश के अलावा विदेशों के कई फोटोग्राफर शामिल हो रहे हैं। जो दुधवा में पाए जाने वाले दुर्लभ 450 से अधिक प्रजाति के पक्षियों को अपने कैमरों में कैद करेंगे।
चाकचौबंद हुई सुरक्षा व्यवस्था
बर्ड फेस्टिवल का शुभारंभ करने सीएम योगी आदित्य नाथ आ रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की कोई कमी न रह सके इसको लेकर कई जिलों की पुलिस के अलावा सैकड़ों की संख्या में पीएसी जवानों को अलागा गया है। कार्यक्रम के तीन दिनों तक जंगल में सुरक्षा व्यवस्था अचूक रहेगी।
आगरा के बाद दुधवा को मिला फेस्टिवल का मौका
बर्ड फेस्टिवल इससे पहले दो बार आगरा में आयोजित किया जा चुका है। जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हिस्सा लिया था। तीसरी बार दुधवा को इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल के लिए चुना गया है।
बर्ड वाचिंग के साथ ही मिलेगा फोटो व वीडियो बनाने का मौका
बर्ड फेस्टिवल में आने वाले मेहमानों के पास तीन दिन तक बर्ड वाचिंग के साथ उनके फोटो खीचने व वीडियो बनाने का मौका होगा। इस अवसर पर जो भी छायाकार या मेहमान अच्छी फोटोग्राफी करेगा उसे दुधवा के साथ चमकने का मौका मिलेगा। वन विभाग अच्छे फोटो व वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करने का प्लान बना रहा है जिसमें फोटोग्राफर का नाम भी दिया जाएगा।
बसें भी चलाई जाएंगी
लखीमपुर के आस पास के जिलों से दुधवा बर्ड फेस्टिवल के लिए बसें भी चलाई जाएंगी। इस फेस्टिवल से यहां पर पक्षियों के लिए बेहतर प्राकृतिक आवास बनाने की कवायद पर भी मंत्रणा होगी। यहां पर तीन दिन तक शाम को कल्चर कार्यक्रम भी होगा। इसके साथ ही फोटो एग्जिबिशन, टेक्निकल नॉलेज पर इसमें सेमिनार कराए जाएंगे. जंगल सफारी के साथ ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर, बेवरेजिज भी दिया जाएगा।