श्रीनगर। कश्मीर में दिन पर दिन माहौल खराब हो रहा है। इसे देखते हुए सोमवार को पीएम मोदी भी अपना विदेश दौरा अधूरा छोड़कर वापस लौट आए थे। इनता ही नहीं उन्होंने दौरे पर अफ्रीका गये अजीत डोभाल बीच में ही देश बुला लिया था। वहीं, राजनाथ सिंह ने भी अपना अमेरिका का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है। अब मोदी सरकार कश्मीर हिंसा को लेकर फुल एक्शन में नजर अा रही है। आज कश्मीर में अलगाववादी नेता शहीदी दिवस मना रहे हैं। लेकिन उनसे निपटने की प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।
कश्मीर हिंसा को लेकर प्रशासन चिंतित
कश्मीर में चिंतापूर्ण स्थिति को देखते हुए राजनाथ ने अपना दौरा रद किया है। राजनाथ सिंह 17 से 22 जुलाई तक अमेरिका दौरे पर जाने वाले थे। आपको बता दें कि आज कश्मीर में अलगाववादी नेता शहीदी दिवस मना रहे हैं। इसको लेकर एक बड़े जुलूस का आयोजन भी किया गया है। इस वजह से शासन और प्रशासन की चिंता बढ़ी हुई है। हालांकि प्रशासन ने इससे निपटने की तैयारी कर रखी है। इस अवसर पर अलगाववादी श्रीनगर के पास नौहट्टा में शहीदों की मजार तक जुलूस ले जाने का एलान कर चुके हैं। हर साल शहीदी दिवस के दिन हिंसा की आशंका होती है।
इस साल माहौल पहले से खराब ही है, इसलिए सरकार ज्यादा सतर्क है। कश्मीर में हालात बिगड़े हैं लेकिन राजनीति भी बंद नहीं हुई है। राज्य की पीडीपी-बीजेपी सरकार विरोधियों के निशाने पर है। दरअसल, सन 1931 में महाराजा हरि सिंह के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया था। बताया जाता है कि प्रदर्शन से नाराज महाराजा की फौज ने फायरिंग कर दी, जिसमें 22 लोगों की जान चली गई थी। इसे कश्मीर के लिए पहला नरसंहार बताया जाता है।