टीम इंडिया के कप्तान धोनी को बहुत ही शालीन और देश हित के लिए निर्णय लेने वाला खिलाड़ी माना जाता है। लेकिन उनके अपनी टीम के किसी खिलाड़ी से इतने मतभेद रहे होंगे इस बात को कोई मान नहीं सकता। लेकिन धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया को दो बार विजयी बनाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले इस खिलाड़ी ने आखिरकार यह मान ही लिया कि उनके महेंद्र सिंह धोनी से मतभेद रहे हैं। टीम इंडिया से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने खुलासा किया है कि उनके भारत के वनडे और टी20 कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ उनके मतभेद रहे हैं। फेसबुक पर लाइव वीडियो चैट के दौरान अपने प्रशंसकों के सवालों का जवाब देते हुए धोनी के साथ मतभेद की बात स्वीकार करते हुए कहा कि दोनों के बीच प्रतिद्वंदिता कभी नहीं रही। दिल्ली रणजी टीम के कप्तान गंभीर ने माना कि कई मुद्दों पर उनकी राय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की राय से अलग रही है। लेकिन मेरे और धोनी के बीच कभी प्रतिद्वंद्विता नहीं रही। जब हम टीम इंडिया के लिए खेले तो विचारों में भिन्नता के बावजूद जीत ही हमारा एकमात्र उद्देश्य रहा। गौरतलब है कि गौतम गंभीर और महेंद्र सिंह धोनी के बीच आपसी तकरार की खबरें समय-समय पर सुर्खियों में रही हैं। महेंद्र सिंह धोनी पर यह भी आरोप लगता रहा है कि उन्होंने कथित तौर पर गौतम गंभीर की टीम में वापसी में बाधा पहुंचाई है। गंभीर ने आगे कहा कि जिंदगी में सबकी राय एक जैसी नहीं हो सकती। अलग-अलग राय होना कोई बड़ी बात नहीं है। मेरा मानना है कि धोनी एक बेहतरीन खिलाड़ी और बेहतरीन इंसान हैं। प्रशंसकों के सवालों के जवाब देते हुए गंभीर ने कहा कि अपने क्रिकेट करियर के कुछ बेहतरीन पल उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के साथ ही बिताए हैं। पेशेवर जीवन के अपने सर्वश्रेष्ठ पलों का हम दोनों ने मिलकर लुत्फ लिया है। चाहे वह 2007 में टी-20 विश्वकप जीत हो या 2011 में वनडे विश्वकप या फिर टेस्ट मैचों में दुनिया की नंबर एक टीम बनना। हमारा उद्देश्य और लक्ष्य हमेशा एक ही रहा, टीम की जीत।