लखनऊ। बोगस कंपनी बनाकर दिल्ली की एक स्टील कंपनी के साथ कालेधन के लेनदेन की आंच बुधवार को वरिष्ठ आइएएस अधिकारी कुमार अरविंद सिंह देव के ठिकानों तक पहुंच गई। दिल्ली से आई आयकर टीम ने यहां स्थानीय अधिकारियों को साथ लेकर आइएएस अधिकारी के दो ठिकानों पर छापा मारा। देर रात तक जांच जारी थी और आयकर टीम तब तक 50 लाख रुपये से ज्यादा नकद, करीब तीन किलो स्वर्ण और कई लॉकरों का पता लगा चुकी थी।
दिल्ली में स्टील के बड़े कारोबारी यादव ग्रुप के ठिकानों पर छापों के दौरान वहां की आयकर टीम की नजर लखनऊ की एक ऐसी कंपनी पर अटक गई, जिसने यादव ग्रुप में करोड़ों रुपये लगाए थे। अधिकारियों ने छानबीन की तो यह कंपनी बोगस निकली। कंपनी के संचालकों का पता लगाया गया तो वरिष्ठ आइएएस अधिकारी व उप्र प्रशासनिक व प्रबंधन अकादमी के महानिदेशक कुमार अरविंद देव सिंह की पत्नी का नाम सामने आ गया। अधिकारियों के मुताबिक आइएएस अधिकारी की पत्नी इस बोगस कंपनी में डायरेक्टर हैैं। इस पर दिल्ली की आयकर टीम ने लखनऊ के आयकर अधिकारियों को साथ लेकर आइएएस अधिकारी के तीन, न्यू गौतम पल्ली स्थित सरकारी आवास और पत्नी द्वारा मोहनलालगंज में संचालित इंस्टीट्यूट ऑफ आयुष मेडिकल साइंसेज में एक साथ छापा डाला।
देर रात तक कागजात व कंप्यूटर खंगालने में जुटे आयकर अधिकारियों ने बताया कि यह छापा कल भी जारी रहेगा। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि दिल्ली की स्टील कंपनी में कुल कितनी रकम लगाई है और इसी तरह कहीं और भी कालाधन खपाया गया है क्या। आयकर अधिकारियों के मुताबिक देर रात तक आइएएस अधिकारी के आवास व पत्नी के मेडिकल इंस्टीट्यूट से 50 लाख रुपये से ज्यादा रकम बरामद हो चुकी थी, जबकि लगभग तीन किलो सोना भी मिला है। इसके अलावा कई लॉकरों का पता चलने की बात भी कही जा रही थी। आयकर टीम ने आइएएस अधिकारी के आवास व पत्नी के मेडिकल इंस्टीट्यूट से कुछ दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैैं। आयकर अधिकारियों ने छापे की पूरी जानकारी गुरुवार को सामने लाने की जानकारी दी है।