सोना, ये शब्द हिंदुस्तानी लोगों के लिए काफी महत्व का है, शायद आपको ये ना पता हो कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा सोने की खपत भारत में ही होती है।
भारत में हर दिन अरबों रूपये के सोनी की खरीद और बिक्री होती है। शादी ब्याह, तीज त्यौहार हर मौके पर सोने की खरीदारी होती है। लेकिन अक्सर लोग सोना खरीदते समय ठगा जाते हैं। इसका कारण ये है उनको असली सोने की पहचान नहीं होती है। हम आपको बताएंगे कि असली सोने की पहचान क्या होती है। ये पढ़ने के बाद आप कभी सोना खरीदते समय ठगी का शिकार नहीं होंगे। केवल कुछ मिनट का समय देकर आप अनमोल जानकारी हासिल कर सकते हैं। तो शुरू करते हैं असली सोने की पहचान बताने वाले तरीके।
सोने का एसिड टेस्ट
असली सोने का पता लगाना चाहते हैं तो इसके लिए एसिड बढ़िया चीज है। आप पिन से सोने पर हल्का सी खरोच लगाएं और फिर उस खरोच पर नाइट्रिक एसिड की एक बूंद डाले। अगर सोना नकली है तो फौरन हरा हो जाएगा। असली सोने पर कोई असर नहीं होगा।
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चुंबक से टेस्ट
ये काफी पुराना और कारगर तरीका है। आम तौर पर सोने में मिलावट नहीं होने का दावा हर दुकानदार करता है। आप सोने को चुंबक के पास ले जाएं। अगर सोने में मिलावट होगी तो वो चुंबक से चिपक जाएगा। लेकिन ध्यान रखें कि चुंबक काफी शक्तिशाली होना चाहिए।
सोने का पानी से टेस्ट
सबसे पहले तो आपको बता दें कि असली सोना कभी पानी में तैरता नहीं है। तो आप समझ गए कि आपको क्या करना है। आप एक कप में पानी लीजिए। उसमें सोने को डालिए, अगर वो डूब जाता है तो असली है, अगर तैर रहा है तो नकली है। एक और बात बता दें कि असली सोने में कभी जंग नहीं लगती है।
रगड़ कर देंखे
सोने की पहचान करने के लिए उसे सेरेमिक प्लेट पर रगड़ कर देंखे, रगड़ने पर अगर गोल्डन लाइन बनती है तो आपका सोना असली है। अगर काली लाइन बनती है तो सोना नकली है
सोने का स्किन टेस्ट
सोने को अपनी त्वचा से रगड़ कर देखें, खास कर पसीने में सोना पसीने में रगड़ खाने के बाद भी नहीं महकता है। जबकि नकली सोने से सिक्के जैसी महक आती है।
दांत से दबा कर देखें
असली सोने की पहचान करने का ये एक पुराना तरीका है। सोने को आप दांतों से दबा कर देखें। अगर वो असली होगा तो उस पर आपके दांतों के निशान पड़ जाएंगे। ध्यान रहे कि ज्यादा जोर से न दबाएं, सोना वैसे ही नाजुक और मुलायम होता है। असली होने पर आसानी से आप के दांतों के निशान पर उस पर आ जाएंगे।
हॉलमार्क
सोने की पहचान हालमार्क के जरिए भी की जाती है। देश में बीआईएस संस्था उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए जा रहे गुणवत्ता के लेवल की जांच करती है। इसलिए जब भी सोना खरीदिए बीआईएस हॉलमार्क देखकर ही खरीदें। लेकिन यहां पर एक सवाल ये है कि हाल मार्क का निशान असली है या नकली ये कैसे पता करें।
असली हालमार्क की पहचान
हालमार्क लगे हुए जेवर या फिर सोना चांदी असली हो ये भी जरूरी नहीं है। कई दुकानदार इस में भी खेल करते हैं। तो हम आपको ये बताते हैं कि असली हालमार्क कैसे पहचाना जाता है। असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान होता है। उस पर हॉलमार्किंग के सेंटर का लोगो लगा होता है साथ ही सोने की शुद्धता भी लिखी होती है। उसी में ज्वैलरी निर्माण का साल और उत्पादक का लोगो भी होता है।
असली सोने की गहने नहीं बनते
आप ये तो जानते होंगे कि असली सोना 24 कैरेट का होता है। लेकिन शायद ये नहीं जानते होंगे कि असली सोने यानि 24 कैरेट गोल्ड के गहने नहीं बनते हैं। इसका कारण ये है कि 24 कैरेट गोल्ड काफी मुलायम होता है। इस से गहने नहीं बन पाते हैं। गहने बनाने के लिए 22 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल किया जाता है। तो ये थे असली सोने की पहचान करने के कुछ तरीके। अगली बार ये इन तरीकों को आजमा कर देखिए आप कभी धोखा नहीं खाएंगे और दूसरों को भी बता सकेंगे कि असली सोने की पहचान क्या होता है।