असम के करीमगंज जिले की पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. यहां पुलिस की टीम ने हजारों की तादाद में प्रतिबंधित कफ सिरप की बोतलें बरामद की हैं. इस कार्रवाई के दौरान कफ सिरप की कुल 9900 बोतलें जब्त हुई हैं.
प्रतिबंधित दवा के साथ एक गिरफ्तार
आपको बता दें कि इस प्रतिबंधित कफ सिरप की कीमत 50 लाख रुपये बताई जा रही है. ये इलाका इस तरह की अवैध दवाओं की तस्करी के लिए बदनाम रहा है. करीमगंज जिले के पुलिस अधीक्षक पद्मनाभ बरुआ ने बताया कि पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर सर्च ऑपरेशन शुरू करने के बाद बदरपुर क्षेत्र स्थित हाईवे पर रजिस्ट्रेशन नंबर AS-11EC-0919 वाले ट्रक को रोका और उसके अंदर से ये खेप बरामद करते हुए एक शख्स को गिरफ्तार किया है.
जांच के जौरान ट्रक का चालक मौके से फरार हो गया. अब बदरपुर थाने की पुलिस इस मामले की जांच को आगे बढ़ाने के साथ फरार ड्राइवर को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है.
सीमावर्ती जिलों में ज्यादा तस्करी
नॉर्थ-ईस्ट (North East) की बात करें तो असम-त्रिपुरा बॉर्डर पर भी प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं. नशे के कारोबारियों का फोकस सीमावर्ती जिलों पर ज्यादा रहता है. इसलिए समय समय पर यहां एंटी ड्रग्स ऑपरेशन चलाए जाते हैं.
पिछले साल पकड़ी गई थी दो करोड़ की प्रतिबंधित सिरप
स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक ऐसी दवाओं का नशे के रूप में इस्तेमाल होता है. युवाओं को नशे के दलदल में धकेलने के लिए अक्सर असम और आसपास के प्रदेशों के सीमावर्ती जिलों में प्रतिबंधित टैबलेट्स और कफ सिरप की खेप पहुंचाई जाती है. लेकिन पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी के चलते नशे के सौदागरों के मंसूबे कामयाब नहीं हो पाते हैं.