‘स्पिन सनसनी’ के तौर पर कुलदीप यादव ने भले ही अपनी पहचान बना ली हो, लेकिन उनका कहना है कि वह भारतीय टीम में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जगह लेने के बारे में नहीं सोच रहे.ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो स्पिनरों को उतारने की भारत की रणनीति कारगर साबित हुई है. कुलदीप और युजवेंद्र चहल वनडे सीरीज में भारत की 4-1 से जीत में सूत्रधार रहे, जबकि मौजूदा टी-20 सीरीज का पहला मैच जीतकर भारत 1-0 से आगे है.
कुलदीप ने दूसरे टी-20 से पहले गुवाहाटी में कहा, ‘मैं इतना आगे की नहीं सोचता. अश्विन और जडेजा दोनों ही तीनों प्रारूपों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आए हैं. उनकी जगह लेने का सवाल ही पैदा नहीं होता. हम अभी काफी युवा हैं और हमारे भीतर काफी क्रिकेट बाकी है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं रहस्यमयी गेंदबाज नहीं हूं, जो अलग-अलग हाथों से गेंदबाजी करूं. दो-तीन साल बाद फिर बल्लेबाजों के लिए आपको खेलना आसान हो जाता है. यदि आपके बेसिक्स सही है, तो आपके लिए गेंदबाजी आसान हो जाती है.’
कुलदीप ने कहा, ‘मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई वीडियो समीक्षा करके आपकी गेंदों को भांपने की कोशिश करता है. यदि आप सही दिशा में विविधता के साथ गेंदबाजी करेंगे, तो बल्लेबाज परेशान होंगे ही. फिर चाहे उन्होंने कितनी ही वीडियो समीक्षा कर रखी हो.’ उन्होंने कहा कि आईपीएल में ऑस्ट्रेलिया के चाइनामैन गेंदबाज ब्रैड हॉग के साथ खेलकर उन्होंने काफी कुछ सीखा और वह अपने आदर्श शेन वॉर्न से भी लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने कहा, ‘दोनों ने मेरे करियर में अहम भूमिका निभाई है. मैं बचपन से वॉर्न को आदर्श मानता रहा हूं. वह मेरे आदर्श हैं. यदि उनकी उपलब्धियों का 50 प्रतिशत भी मैं हासिल कर सका, तो मेरा जीवन सफल हो जाएगा.’