पालम पुलिस ने मंगलापुरी के रहने वाले एक शख्स के खिलाफ बेटी से बलात्कार करने, उस पर हमला करने और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी पिता ने 2008 से बेटी का यौन शोषण करना शुरू कर दिया था। आरोपी बेटी को मोबाइल में ब्लू फिल्म दिखाकर बलात्कार करता था।
पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उसके पिता से वह दो बार 2011 और 2013 में गर्भवती हुई। आरोपी ने एक बार दवा खिलाकर बच्चा गिराया तो एक बार पेट और बच्चादानी पर प्रहार करके दरिंदगी को अंजाम दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक बेटी को जब समझ आई तो उसने पिता के द्वारा बनाए जा रहे शारीरिक संबंध का विरोध किया। इस पर पिता नहीं माना। बेटी ने अपनी मां को आपबीती बताई तो घर में झगड़ा होने लगा।
पिता बेटी के प्राइवेट पार्ट में चाकू या शराब की टूटी बोतल से हमला करने की धमकी देने लगा। पति की धमकी के कारण मां चुप्पी साधने पर मजबूर हुई। घर में कलह न हो, इसके लिए बेटी ने पिता की हैवानियत के बारे में मां को बताना बंद कर दिया और अत्याचार सहने लगी।
बीच-बीच में बेटी के द्वारा हंगामा करने पर पिता कुछ दिन के लिए शांत हो जाता था लेकिन फिर से रिश्ते को तार-तार करने लगता था। आरोपी बेटी को अपने के दोस्त साथ भी सोने के लिए मजबूर करता था। पिता की हैवानियत की शिकार हो रही पीड़िता ने कुछ एक बार आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन हर बार मां की ममता ने उसे बचा लिया। आखिर में पीड़िता ने अपने एक फेसबुक फ्रेंड से मदद की गुहार लगाई।
पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक पीड़िता ने 2015 में फेसबुक फ्रेंड को अपने ऊपर हो रहे अत्याचार की आपबीती बताई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीती 25 जुलाई को पीड़िता ने दोस्त से कहा कि वह उसे इस दलदल से निकाले नहीं तो जान दे देगी।
फेसबुक फ्रेंड की मदद से पीड़िता घर से भागकर उसके साथ नागपुर चल गई। पीड़िता कुछ दिन दोस्त के साथ रही। बीते 16 सितंबर को पीड़िता ने चाइल्ड लाइन पर अपने पिता की शिकायत की।
नागपुर पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर केस दिल्ली ट्रांसफर किया और पीड़िता को दिल्ली लेकर आई। 30 सितंबर को पालम थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपी को अभी गिरफ्तार नहीं किया है। पीड़िता वर्तमान में 17 वर्ष की है और 12वीं की छात्रा बताई जा रही है।