वादी के विभिन्न इलाकों में जारी प्रशासनिक पाबंदियों से प्रभावित जनजीवन के बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह एक दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे।गौरतलब है कि कुलगाम में गत इतवार को एक मुठभेड़ में तीन आतंकियों की मौत और उसके बाद मुठभेड़स्थल पर हुए बम धमाके में सात नागरिको की मौत पर अलगाववादियो ने आज लालचौक मार्च चलो का आहवान किया है। लाल चौक मार्च के दौरान हिंसा भड़कने की आशंका से निपटने और केंद्रीय गृहमंत्री के दौरे के मददेनजर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने श्रीनगर के विभिन्न इलाकों में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ ही लाल चौक की तरफ आने जाने के सभी रास्ते सील कर दिए हैं। इससे सामान्य जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है।
राज्य में निकाय चुनावों के संपन्न् होने और पंचायत चुनावों की प्रक्रिया शुरु होने के साथ आज केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह नई दिल्ली से एक विशेष विमान में यहां श्रीनगर पहुंचे। श्रीनगर पहुंचने के बाद उन्होंने राजभवन में राज्यपाल सत्यपाल मलिक से भेंट की और उसके बाद शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर एसके आईसीसी पहुंचे,जहां वह एक उच्चस्तरीय बैठक में राज्य के समग्र आंतरिक और बाहरी सुरक्षा परिदृश्य का इस खबर के लिखे जाने तक जायजा ले रहे थे।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि बैठक संपन्न होने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री दोपहर बाद नेहरु गेस्ट हाऊस में स्थानीय राजनीतिक, सामाजिक व मजहबी संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि बैठक में सेना, पुलिस व केंद्रीय अर्द्धसैनिकबलों के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में राज्य में आतंकरोधी अभियानों की मौजूदा स्थिति, राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों की सुरक्षा व्यवस्था, पंचायत चुनाव के सुरक्षा कवच और घुसपैठ व आतंकी संगठनों में स्थानीय लड़कों की भर्ती से निपटने की रणनीति पर चर्चा होगी।
एकीकृत मुख्यालय की बैठक के बाद गृह मंत्री राजभवन जाएंगे और उसके बाद वह नेहरू गेस्ट हाउस में विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक व मजहबी संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह स्थानीय पत्रकारों को संबोधित करेंगे और शाम पांच बजे श्रीनगर से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे।
पाक समेत सभी पक्षों से बात करें केंद्र :
नेकां नेशनल कांफ्रेंस के महासचिव अली मोहम्मद सागर ने गृह मंत्री से मंगलवार को मुलाकात पर चुप्पी साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार को यहां हालात सामान्य बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए। यहां रविवार को कुलगाम में मासूमों का खून बहा है, जो घोर निंदनीय है। कुलगाम की घटना ने हम सभी को हिलाकर रख दिया है। सिर्फ कश्मीर में ही नहीं, पूरे हिंदुस्तान में विचारशील लोग इस घटना से स्तब्ध हैं।
केंद्र सरकार को बातचीत का मार्ग अपनाना चाहिए। यहां जो मार काट और अलगाववाद का दौर चल रहा है वह तभी समाप्त होगा, जब कश्मीर मसला हल होगा। इसलिए केंद्र सरकार को चाहिए कि वह पाकिस्तान समेत सभी संबधित पक्षों से कश्मीर मसले के हल के लिए बातचीत की प्रक्रिया शुरू करे।
कश्मीर मसला बातचीत के जरिए हल करे केंद्र :
पीडीपीपीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उपाध्यक्ष अब्दुल रहमान वीरी ने कहा कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह कश्मीर आ रहे हैं। हमारा उनसे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह है कि वह कुलगाम में नागरिक मौतों के लिए दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कश्मीर मसले को सुलह, शांति व बातचीत के जरिए हल करने की दिशा में पहल करें।
गौरतलब है कि राज्य में निकाय चुनावों की प्रक्रिया गत शनिवार को ही संपन्न हुई है और मंगलवार 23 अक्तूबर को राज्य में नौ चरणों में होने वाले पंचाायत चुनावों के लिए पहले चरण की अधिसूचना भी जारी हो रही है। आतंकी संगठनों व अलगाववादियों ने पंचायत चुनावों के बहिष्कार का फरमान जारी कर रखा है।
इसके अलावा गत इतवार को कुलगाम में एक मुठभेड़ में तीन स्थानीय आतंकियों की मौत के बाद भड़की हिंसा में छह नागरिकों की मौत व 45 अन्य के जख्मी होने से कश्मीर में हालात फिर विस्फोटक हो चुके हैं।