पिछले कई वर्षों से अमेरिकी चुनावों में भारतीयों का बोलबाला रहा है। इस बार भी नवंबर में होने वाले मध्यावधि चुनावों (अमेरिकी कांग्रेस चुनाव) में भारतीय मूल के अमेरिकियों की अच्छी खासी मौजूदगी देखने को मिल रही है। इन चुनावों में रिकॉर्ड संख्या दर्ज कर 12 भारतीय मूल के अमेरिकी चुनावी मैदान में उतरे हैं। जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। भारतीय-अमेरिकी हीरल टिपीरेनी और अनिता मलिक एरिजोना से अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए रेस में हैं। इस राज्य को रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ माना जाता है। वहीं,प्रमिला जयपाल वाशिंगटन से चुनावी मैदान में उतरी हैं।
प्रमिला जयपाल
प्रमिला जयपाल यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में प्रवेश करने वाली पहली भारतीय अमेरिकी महिला हैं। वे वॉशिंगटन की सातवीं संसदीय सीट से सीनेटर हैं और यहां फिर से निर्वाचित होने की कोशिश में जुटी हुई हैं। उनकी लोकप्रियता के कारण उनकी जीत पक्की मानी जा रही है। वे डेमोक्रेटिक गढ़ का प्रतिनिधित्व करती है। जयपाल के अलावा तीन अन्य भारतीय-अमेरिकी इलिनॉय से सांसद राजा कृष्णामूर्ति, कैलिफ़ोर्निया से रो खन्ना और डॉ अमी बेरा इस साल फिर से चुनाव की मांग कर रहे हैं।
हीरल टिपीरेनी
हीरल टिपीरेनी पेशे से डॉक्टर हैं और एरिजोना के 8वें कांग्रेसनल जिले से दावेदारी ठोक रही हैं। पहले चरण में हारने के बावजूद अच्छे वोट फीसद के आधार पर वह रेस में बनी हुई हैं। हीरल इस वर्ष एक स्पेशल चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी के डेबी लेस्को से चुनाव हार गई थीं, लेकिन अब उनका मुकाबला में नवंबर में डेबी से ही होगा।
अनिता मलिक
कंटेंट टेक्नॉलजी कंपनी की सीओओ रह चुकीं मलिक एरिजोना के छठवें जिले से उम्मीदवार हैं। नवंबर में होने वाले चुनावों में अनिता मलिक का मुकाबला रिपलिब्कन पार्टी केडेविड श्वेइकर्ट से होगा।
डॉ अमी बेरा
पिछले तीन चुनावों के मतों की दोबारा गणना के बाद बेरा को विजयी घोषित किया गया था। इस बार उनका मुकाबला रिपब्लिकन पार्टी के एन्ड्रूय ग्रांड से हो रहा है। वह पहली बार 2012 में यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए चुने गए थे। इसने 1957 से 1963 तक दलीप सिंह सौंद और 2004 में बॉबी जिंदल के बाद सदन में प्रवेश करने वाला तीसरा भारतीय-अमेरिकी बना दिया था।
राजा कृष्णामूर्ति
इस वर्ष कृष्णमूर्ति को रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार भारतीय – अमेरिकी जितेन्द्र दिगनवेकर के खिलाफ इलिनोइस से खड़ा किया गया है। दिलचस्प बात यह है कि दोनों ही प्राइमरी चुनावों में निर्विरोध निर्वाचित हुए थे।
रो खन्ना
रोहित खन्ना 2017 से कैलिफोर्निया के 17 वें कांग्रेस के जिले के अमेरिकी प्रतिनिधि के रूप में सेवा करने वाले अमेरिकी अकादमिक, वकील और राजनेता हैं। इस बार खन्ना का मुकाबला रिपब्लिकन उम्मीदवार रॉन कोहेन से होगा।
भारतीय-अमेरिकी कुछ प्रमुख संसदीय जिलों में अपने विरोधियों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इनमें प्रमुख हैं आठवें संसदीय जिले अरिजोना से हिराल टिपीरेनी और पूर्व राजनयिक प्रेस्टन कुलकर्णी जो 22वें जिले टेक्सास से चुनाव लड़ रहे हैं। भारत के लिए अमेरिका के राजनयिक रह चुके रिचर्ड वर्मा ने गुरुवार को कुलकर्णी के नाम की अनुशंसा की। इनके अलावा युवा भारतीय – अमेरिकी आफताब पुरेवाल,संजय पटेल, हैरी अरोड़ा भी चुनावी दौड़ में शामिल हैं। निर्दलीय शिवा अयादुरई एकमात्र भारतीय – अमेरिकी हैं जो मैसाच्युसेट्स से अमेरिकी सीनेट के लिए उम्मीदवार हैं।