अमेरिका ने 2.4 अरब डॉलर की अनुमानित कीमत पर भारत को 24 बहुउपयोगी एचएच 60 ‘रोमियो’ सी हॉक हेलीकॉप्टर की बिक्री को मंजूरी दे दी है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी. भारत को पिछले एक दशक से अधिक समय से इन हंटर हेलीकॉप्टर की आवश्यकता थी. लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित ये हेलीकॉप्टर पनडुब्बियों और पोतों पर अचूक निशाना साधने में सक्षम हैं. ये हेलीकॉप्टर समुद्र में तलाश एवं बचाव कार्यों में भी उपयोगी हैं.
पनडुब्बी रोधी युद्ध मिशन में मिलेगी सफलता
ट्रम्प प्रशासन ने मंगलवार को कांग्रेस में अधिसूचित किया कि उसने 24 एमएच-60आर बहु उपयोगी हेलीकॉप्टरों की बिक्री को मंजूरी दे दी है. ये हेलीकॉप्टर भारतीय रक्षा बलों को सतह रोधी और पनडुब्बी रोधी युद्ध मिशन को सफलता से अंजाम देने में सक्षम बनाएंगे.
विदेश मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कांग्रेस को बताया कि इस प्रस्तावित बिक्री की मदद से भारत एवं अमेरिका के सामरिक संबंधों को मजबूत करके अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी.
भारत की गृह सुरक्षा होगी मजबूत
उसने कहा कि इन हेलीकॉप्टरों की अनुमानित कीमत 2.4 अरब डॉलर होगी. इस बिक्री से उस बड़े रक्षा साझीदार की सुरक्षा स्थिति सुधरेगी जो हिंद प्रशांत और दक्षिण एशिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, शांति एवं आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण कारक रहा है.
अधिसूचना के अनुसार इस बढ़ी क्षमता से क्षेत्रीय खतरों से निपटने में भारत को मदद मिलेगी और उसकी गृह सुरक्षा मजबूत होगी. भारत को इन हेलीकॉप्टरों को अपने सशस्त्र बलों में शामिल करने में कोई दिक्कत नहीं होगी.
इसमें कहा गया कि इस प्रस्तावित बिक्री से क्षेत्र में मूल सैन्य संतुलन नहीं बिगड़ेगा. इन हेलीकॉप्टरों को दुनिया के सबसे अत्याधुनिक समुद्री हेलीकॉप्टर माना जाता है. ये हेलीकॉप्टर भारतीय नौसेना की मारक क्षमताओं को बढ़ाएंगे. विशेषज्ञों के अनुसार हिंद महासागर में चीन के आक्रामक व्यवहार के मद्देनजर भारत के लिए ये हेलीकॉप्टर आवश्यक हैं.