अमेरिका. अमेरिका में एक भारतीय छात्र की गोली मारकर लुटेरों ने हत्या कर दी. कैलिफोर्निया में गुरुवार को किराने की एक दुकान पर कथित रूप से चार सशस्त्र लुटेरों ने 21 वर्षीय एक भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी हैं. हालांकि इन चार लुटेरों में एक भारतीय मूल के व्यक्ति को भी शामिल बताया जा रहा है.
अमेरिका के एक स्थानीय समाचार पत्र फ्रेस्नोबी ने बताया कि धरमप्रीत सिंह जस्सर कैलिफोर्निया के फ्रेस्नो शहर में मंगलवार रात को एक गैस स्टेशन के निकट किराने की एक दुकान में ड्यूटी पर था तभी भारतीय मूल के एक व्यक्ति समेत चार सशस्त्र लुटेरे दुकान में लूटपाट करने के लिए उसमें घुस आए. बताया जा रहा है कि धरमप्रीत कैश काउंटर के पीछे छुप गया था लेकिन नकदी और सामान लूटने के बाद वहां से जाते समय किसी एक लुटेरे ने उसे गोली मार दी.
एक ग्राहक कुछ सामान खरीदने के लिए दुकान में आया था उसने धरमप्रीत का शव देखा. इसके बाद इस घटना के बारे में पुलिस को बुधवार को जानकारी दी गई. धरमप्रीत मूल रूप से पंजाब का रहने वाला था. वह अकाउंटिंग का छात्र था और छात्र वीजा पर करीब तीन साल पहले अमेरिका गया था. पुलिस ने इस मामले में भारतीय मूल के 22 वर्षीय अठवाल को गिरफ्तार कर लिया है. ऐसा माना जा रहा है कि वह उन चार संदिग्धों में भी शामिल है जिन्होंने लूटपाट कर साथ ही कई गोलियां भी दागे थे. जिनमें से एक गोली धरमप्रीत को लग गई. माडेरी काउंटी शेरिफ के कार्यालय ने पुलिस को बताया कि फ्रेस्नो काउंटी शेरिफ के डिप्टी ने मंगलवार की घटना की मीडिया कवरेज देखी हैं. उन्होंने घटना के संदिग्धों और अठवाल के बीच कुछ समानताएं भी देखी हैं.
हालांकि माडेरी शेरिफ के जांचकर्ताओं ने पाया कि इस घटना में अठवाल भी संदिग्ध हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि संदिग्ध के लिए एक वारंट प्राप्त किया गया है जिसके बाद उसे माडेरा डिपार्टमेंट ऑफ करेक्शन्स में स्थानांतरित किया जाएगा. अठवाल के खिलाफ हत्या और लूटपाट के कई आरोप भी लगाए गए हैं. माडेरा शेरिफ जय वार्ने ने कहा कि धरमप्रीत पूरी तरह निर्दोष पीड़ित था जब लूटपाट के दौरान उसकी हत्या की गई, उस समय वह केवल अपना काम कर रहा था. शेरिफ के कार्यालय ने बताया कि जांचकर्ता अन्य संदिग्धों की तलाश कर रहे हैं साथ ही वे इस मामले में और जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं.