न्यूयॉर्क: पाकिस्तान को लेकर अमेरिका का कभी एक मत नहीं रहा, कभी तो वो पाकिस्तान को आतंकवाद का पोषक बताता है और कभी खुद ही उसे अपनी नापाक मंसूबो को पूरा करने के लिए क़र्ज़ देता है. इस बार अमेरिका की तरफ से एक और बयान आया है कि, “हमने पाकिस्तान के रवैये में अब तक कोई निर्णायक बदलाव नहीं देखा है, लेकिन हम निश्चित ही पाकिस्तान से उन विषयों पर संपर्क जारी रखेंगे, जहां हमारा मानना है कि वो तालिबान के समीकरण बदलने में सहायक भूमिका निभा सकता है”.
यह बयान दिया है वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी और दक्षिण और मध्य एशिया की प्रधान सहायक उप मंत्री एलिस वेल्स ने. उन्होंने कहा है कि, अफगानिस्तान में शांति बनाए रखने प्रक्रिया में पाकिस्तान की बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका है. इसलिए अमेरिका हमेशा से ही अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच द्वपक्षीय संबंधों में सुधार के प्रयत्नों को जारी रखते हुए शांति बहाली को समर्थन देता है.
आपको बता दें कि, वर्तमान वर्ष के शुरुआत में ही ट्रम्प प्रशासन ने पाकिस्तान को फटकार लगते हुए उसे दिए जाने वाली सैन्य आर्थिक सहयाता पर प्रतिबन्ध दिया था. जिसके बाद ये अटकलें लगाई जा रही थी कि, अमेरिका अब पाक को क़र्ज़ नहीं देगा. लेकिन पिछले महीने ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के सालाना बजट में पाक के लिए 25.6 करोड़ डॉलर की असैन्य और 8 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद देने की घोषणा की थी. अब आप खुद ही अमेरिका के बयानों और क्रियाकलापों के बीच विरोधाभास का आंकलन कर सकते हैं .