अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले मशहूर प्लैबैक सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य ने इस बार अपने ट्विटर पर कुछ ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी है कि उनका अकाउंट ही सस्पेंड (निलंबित) कर दिया गया है. अभिजीत ने जेएनयू छात्रसंघ की नेता शेहला राशिद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उनका ट्विटर अकाउंट मंगलवार को ट्विटर ने सस्पेंड कर दिया. इससे पहले अभिजीत ने परेश रावल के बाद मशहूर लेखिका अरुंधति रॉय को लेकर आपत्तिजनक ट्वीट किया था. उस ट्वीट में अभिजीत ने अभिनेता और सांसद परेश रावल के उस विवादास्पद बयान का समर्थन किया था जिसमें परेश रावल ने कहा था कि अरुंधति रॉय को कश्मीर में सेना द्वारा जीप में बांध कर घुमाया जाना चाहिए.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार अभिजीत ने मंगलवार को महिलाओं से विरोधी कुछ ट्वीट किए जिसके बाद उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई. अभिजीत ने परेश के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा था कि अरुंधति को गोली मार दी जानी चाहिए. इसके साथ ही मंगलवार को जेएनयू छात्रसंघ की नेता शेहला राशिद के बीजेपी नेताओं के सेक्स रैकेट चलाने के आरोपों वाले ट्वीट्स का जवाब देते हुए उन्होंने शेहला के चरित्र को लेकर आपत्तिजनक ट्वीट किए.
इसको लेकर ट्विटर यूजर्स ने भी अभिजीत की इस हरकत को लेकर काफी नाराजगी जाहिर की थी. कई यूजर्स ने अभिजीत के अकाउंट को बंद करने की मांग करते हुए ट्विटर पर उनके अकाउंट को रिपोर्ट भी किया था. इसके बाद अभिजीत को अपना ट्वीट डिलीट करना पड़ा और बाद में उनका अकाउंट भी सस्पेंड कर दिया गया है. इसपर शेहला राशिद ने उनका समर्थन करने वाले लोगों का शुक्रिया भी किया है.
अभिजीत भट्टाचाय ने पीटीआई को बताया कि लेखिका अरुंधती रॉय और जेएनयू के समर्थक उनके अकाउंट के निलंबित होने के पीछे हैं. अभिजीत ने कहा, ‘हां, मैंने यह अभी देखा. वह परेश रावल को भी ब्लॉक करने की कोशिश कर रहे हैं. मैंने और परेश रावल ने अरुंधती रॉय और जेएनयू के भारत विरोधी स्टैंड पर जो ट्वीट किए हैं उनके पीछे अरुंधती और जेएनयू के समर्थक हैं.’ अभिजीत ने यह भी कहा कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि अकाउंट सस्पेंड हो गया है, क्योंकि पूरा देश उनके साथ है.
यह पहली बार नहीं है कि अभिजीत अपने विवादास्पद ट्वीट को लेकर चर्चा में रहे हों. इससे पहले उन्होंने पिछले साल मशहूर पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई गई थी और अभिजीत को गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन धारा जमानतीय होने के कारण अभिजीत को जमानत भी मिल गई थी.