गजेंद्र चौहान का कार्यकाल 3 मार्च 2017 को खत्म हो गया था। अपने 14 महीने के कार्यकाल के दौरान गजेंद्र चौहान सिर्फ एक बार ही संस्थान में किसी मीटिंग को अटेंड करने गए थे। आपको बता दें कि गजेंद्र के इस पद पर नियुक्त किए जाने के बाद FTII के छात्र-छात्राओं में काफी विरोध किया था।
विरोध के लिए छात्र-छात्राओं ने 139 दिनों तक हड़ताल की थी जिनमें से कुछ छात्रों ने अनशन भी किया था।एफटीआईआई छात्रों के साथ-साथ फिल्मी जगत के कई कलाकारों ने भी गजेंद्र चौहान की काबिलियत पर सवाल खड़े करते हुए उन्हें संस्थान का उच्चतम पद देने का विरोध किया था। संस्थान के छात्रों ने पुणे से लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर तक विरोध प्रदर्शन किया था, जिसकी वजह से चौहान अपनी नियुक्ति के सात महीने तक अपना पदभार संभाल नहीं पाए थे।