लॉकडाउन के बाद भी देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करके ही कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर लगाम लगाई जा सकती है।
अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. पीके सिंघल बताते हैं कि कोरोना लंबे समय तक रहेगा। यह एक नई बीमारी है।
कोरोना के लगातार फैलने का सबसे बड़ा कारण है सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन न करना। कई स्थानों पर देखने को मिलता है कि लोग लापरवाही बरत रहे हैं।
इससे वह कोरोना का संक्रमण अपने साथ ला रहे हैं। इस समय कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकना है तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही इसका सटीक इलाज है।
लोगों को चाहिए की वह जब भी घर से बाहर निकले इस नियम का पालन जरूर करें। सभी को ये मानकर चलना चाहिए की सामने वाला व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो सकता है और उससे दूरी बनाकर रखनी है। काफी लोग ऐसे भी हैं जिन्हें अज्ञानता के कारण नियमों की जानकारी नहीं है। ऐसे लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
डॉ. सिंघल का कहना है कि इस समय देश के जो हालात हैं उन्हें देखकर यही लगता है कि आने वाले छह महीनों तक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर एक इंसान को करना होगा।