जयपुर राजस्थान में BJP के शासन वाली सरकार अगुस्टा वेस्टलैंड विवाद में फंसती नजर आ रही है। राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि उनके फैसले में कुछ भी गलत नहीं है।
राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए हेलिकॉप्टर खरीदने के मकसद से 21 नवंबर को एक टेंडर जारी किया था। इसमें कहा गया था कि सरकार केवल अगुस्टा वेस्टलैंड का AW 169 हेलिकॉप्टर चाहती है।
यह डील 50 करोड़ रुपये से अधिक की होने का अनुमान है। टेंडर में परफॉर्मेंस क्राइटेरिया और सीटिंग कपैसिटी जैसे विवरण नहीं दिए गए थे। इसमें AW 169 हेलिकॉप्टर के लिए कहा गया था, जिससे केवल अगुस्टा वेस्टलैंड ही हेलिकॉप्टर सप्लाई करने के लिए एकमात्र योग्य कंपनी बनती थी।
अगुस्टा वेस्टलैंड की 2010 में केंद्र सरकार के साथ AW 101 VVIP हेलिकॉप्टर्स सप्लाई करने की डील की अभी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) की ओर से जांच की जा रही है।CBI ने इस मामले में वायु सेना के पूर्व प्रमुख एस पी त्यागी को गिरफ्तार किया है और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यालय के पूर्व अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है। इस वर्ष अप्रैल में इटली में मिलान के एक कोर्ट ने अपने फैसले ने कहा था कि इस डील को हासिल करने के लिए रिश्वत दी गई थी।
राजस्थान सरकार के 21 नवंबर के टेंडर को लेकर अमेरिकी कंपनी बेल और यूरोप की एयरबस ने विरोध जताते हुए पत्र भेजे थे। राजस्थान सरकार के सेक्रेटरी अरिजीत बनर्जी ने बताया, ‘मेरे पास इस बारे में विवरण नहीं हैं, लेकिन यह टेंडर एक बायबैक प्रोसेस के तहत था जिसमें कंपनी को राज्य के पास मौजूद पुराना हेलिकॉप्टर खरीदना था। इसके बदले समान कंपनी नया हेलिकॉप्टर सप्लाई कर सकती है।’