पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का वनवास आखिरकार जल्द ही समाप्त होगा। वे अगले महीने तक पाकिस्तान लौट सकते हैं। पाकिस्तान के मंत्री ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अगले महीने लंदन से लौट आएंगे। नवाज शरीफ पाकिस्तान के मौजूद प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के बड़े भाई हैं।
‘नवाज शरीफ के बिना पाकिस्तान की राजनीति अधूरी’
दरअसल, पाकिस्तान सरकार में मंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग के दिग्गज नेता मियां जावेद लतीफ ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नवाज शरीफ सितंबर में लंदन से पाकिस्तान लौट आएंगे। उनकी वापसी के बाद पीएमएल-एन उन्हें जेल नहीं जाने देगी। लतीफ ने यह भी कहा कि 72 वर्षीय नवाज शरीफ को अब हर हाल में पाकिस्तान आना चाहिए, क्योंकि उनकी मौजूदगी के बिना पाकिस्तान की राजनीति अधूरी है।
‘पाकिस्तान के लोगों की इच्छा है कि उन्हें यहां होना चाहिए’
पीटीआई ने स्रोतों के हवाले से बताया कि हाल में लंदन में शरीफ से मुलाकात करने वाले लतीफ ने कहा कि शरीफ की वापसी के बारे में डॉक्टरों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन पाकिस्तान के लोगों की इच्छा है कि उन्हें यहां होना चाहिए। वहीं सूत्रों ने यह भी बताया कि नवाज को वापस लाने के लिए पिछले काफी समय से शाहबाज शरीफ लगे हुए हैं।
‘इमरान खान ने फिर लगाए थे कई आरोप’
उधर कुछ दिन पहले पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने दावा किया था कि सौदेबाजी के तहत शरीफ को सितंबर के अंत में वापस लाने की कोशिशें चल रही हैं। खान ने परोक्ष रूप से सेना का जिक्र करते हुए कहा था कि एक षड़यंत्र के तहत मुझे अपदस्थ किया गया ताकि पीएमएल एन के प्रमुख नवाज शरीफ को अगले महीने लंदन से वापस लाने का मार्ग प्रशस्त किया जा सके।
बता दें कि पाकिस्तान में सत्तारूढ़ पीएमएल-एन के प्रमुख और देश के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ नवंबर 2019 में इलाज के लिए लंदन चले गए थे। लंदन जाने से पहले शरीफ अल-अजीजिया भ्रष्टाचार मामले में लाहौर की कोट लखपत जेल में सात साल कैद की सजा काट रहे थे।