उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं और शुरुआती एक घंटे के रुझान बीजेपी के पक्ष में जाते दिख रहे हैं। अभी 16 नगर निगमों में से 10 से ज्यादा पर बीजेपी के मेयर प्रत्याशी ही बढ़त बनाए हुए हैं लेकिन यूपी में मेयर के ऐसे तीन पद हैं जिसे अगर बीजेपी ने गंवा दिया तो उसके कार्यकर्ताओं का आत्मविश्वास डोल सकता है…
वाराणसी मेयर सीट: वाराणसी की हर छोटी-बड़ी घटना राष्ट्रीय खबर बन जाती है क्योंकि यह प्रधानमंत्री और बीजेपी के सबसे ताकतवर नेता नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। निकाय चुनाव के तहत आज ही वाराणसी में मेयर पद का भी फैसला होना है। यह सीट अन्य पिक्षड़ा वर्ग (OBC) की महिलाओं के लिए आरक्षित है। बीजेपी ने इस सीट के लिए संघ की करीबी मानी जाने वाली मृदुला जायसवाल को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है जो रियल स्टेट कारोबारी संजय गुप्ता की पत्नी हैं। इस सीट पर आज पूरे देश और बीजेपी कार्यकर्ताओं की खास नजर है।
गोरखपुर मेयर सीट: आठ महीने पहले प्रचंड जीत के बाद अप्रत्याशित तौर पर यूपी के सीएम बने योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के सांसद हैं और इस शहर को योगी का गढ़ माना जाता है। इस सीट से सीएम योगी की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है। बीजेपी ने सीताराम जायसवाल को यहां मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि यह सीट भी पिछड़ा वर्ग के लिए सुरक्षित है।
अयोध्या मेयर सीट: अयोध्या में राम मंदिर बीजेपी का सबसे ज्वलंत चुनावी मुद्दा रहा है। ऐसे में नगर निगम घोषित होने के बाद पहली बार अयोध्या-फैजाबाद में निगम चुनाव हो रहे हैं। बीजेपी को टक्कर देने के लिए बीजेपी ने समाजवादी पार्टी ने यहां से एक किन्नर प्रत्याशी गुलशन बिन्दू को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया है जबकि उनसे मुकाबला करने के लिए बीजेपी ने ऋषिकेश उपाध्याय को मैदान में उतारा है।