जल के बिना जिंदगी सम्भव नहीं है, इसलिए जल को जीवन कहा जाता है. मानसून में लोग पानी को उबाल कर पीते है मगर आपको बता दे पानी को बार-बार उबालने पर पोषक तत्व खत्म हो जाते है. पानी को बार-बार उबालने से इसमें आर्सेनिक, नाइट्रेट और फ्लूराइड की मात्रा अधिक हो जाती है और इससे शरीर को नुकसान होता है.
पानी को बार-बार उबाल कर इस्तेमाल करने से सेहत के लिए बुरा साबित हो सकता है. पानी से उबालने से उसकी भाप निकल कर वापस उसी पानी में चली जाती है जो और नुकसानदायक होती है. पानी एक बार जब उबलता है तब उसके बाद वह दोबारा मिनरल को सेट करता है. यदि उसे फिर से गर्म किया जाए तो उसमे दोबारा केमिकल रिएक्शन होता है. इसे बार-बार गर्म करने पर टॉक्सिक में बदल जाता है.
अगर आपकी की भी ज़िंदगी में आए ये परिस्थितियों तो बर्दाश्त न करे
अधिक तापमान नाइट्रेट को नाईट्रोसामाइन और कारसिनोजेनिक में बदल देता है, जो कई प्रकार के कैंसर का कारण बनते है. इसलिए पानी कीटाणु रहित करने के लिए कम से कम 20 मिनट उबालना चाहिए. इसे साफ कंटेनर में रखना चाहिए ताकि किसी प्रकार की गंदगी न जाए.