एक महिला के जीवन की ख़ुशी उस समय दुगुनी हो जाती है, जब उसे पता चलता है कि वह प्रेग्नेंट है। उसे अपने होने वाले बच्चे से दुनिया में सबसे ज्यादा प्रेम होता है। जब बच्चा माता के गर्भ में होता है तो महिला की जिम्मेदारी पहले की अपेक्षा काफी ज्यादा बढ़ जाती है।
अब उसे अकेले का नहीं बल्कि अपने होने वाले बच्चे का भी ख़याल रखना पड़ता है। ज़रा सी भी भूल बच्चे के लिए काफी भारी पड़ जाती है।हर माँ-बाप की चाहत होती है कि उसका होने वाला बच्चा काफी समझदार हो ताकि, वह दुनिया के हिसाब से कदम से कदम मिलाकर चल सके। ऐसा ना होने पर बच्चे को भविष्य में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। महिला अगर अपने प्रेगनेंसी के समय अपने खान-पान का ख़ास ख़याल रखती है तो उसका होने वाला बच्चा तंदरुस्त और सुन्दर होता है।
यूरोपियनफ़ूड सेफ्टी अथॉरिटी ने अपने एक शोध में बताया है कि प्रेगनेंसी के दौरान अगर दुसरे महीने से महिलाएँ अंडे को अपनी डाईट में शामिल कर लेती हैं तो होने वाले बच्चे का दिमाग और सीखने की क्षमता बढती है।