कलयुग में लोग बहुत धोखेबाज़ होते हैं. कदम-कदम पर धोखा और फरेब मिलता है. धोखेबाज़ों से भैरव जी ही बचाते हैं. इस साल कालभैरव अष्टमी का अद्भुत संयोग बना है. 10 नवंबर शुक्रवार को भैरव जयंती भी है और बुध का आश्लेषा गंडमूल नक्षत्र है. इसके अलावा राहु-चंद्रमा की कर्क राशि में है और केतु मकर राशि में है.
धोखेबाज़ों से बचने के लिए पूजा क्यों करें
शंकर जी और भैरव बाबा जी की पूजा करनी होती है और शंकरजी का ही रूप कालभैरव होता है और भैरव जी का वाहन कुत्ता होता है. केतु को शांत करने के लिए कुत्ते को दूध पिलाया जाता है. राहु को शांत करने के लिए भैरव पूजा करेंगे. अगर आपको लगता है कोई धोखा देनेवाला है, कोई दुश्मनी या बेईमानी कर रहा है या आपका पैसा जमीन हड़पने की कोशिश कर रहा है तो शिव मंदिर और भैरव मंदिर जाकर पूजा करें.
नवंबर महीने में जन्मे लोग होते हैं बड़े किस्मतवाले
शिव जी ही भैरव बाबा होते हैं
भैरव मंदिर या शिव मंदिर जाकर पूजा करें
सुबह गंगा जल डालकर स्नान करें -सफ़ेद वस्त्र धारण करें
भैरव देव को सफ़ेद फूल ,केला ,लड्डू ,तुलसी पत्ते और पंचामृत चढ़ाएं
मन्त्र जाप –ॐ बटुक भैरवाय नमः
कुत्ते को दूध जरूर पिलायें.
इसृसे हर तरीके से आपकी रक्षा होगी.
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal