सियासी बयानबाजी और विवाद के बाद गुरुवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा पहुंचे. यहां उन्होंने ताजमहल का दौरा किया और करीब 30 मिनट बिताए. इस दौरान योगी ने ताजमहल पर सियासी बयानवीरों को भी इशारों-इशारों में नसीहत दे डाली.
योगी आदित्यनाथ ने आगरा को पर्यटन का बड़ा केंद्र बताते हुए कहा कि ये क्यों और कैसे बना इस पर बात नहीं होनी चाहिए. योगी के इस बयान को उन नेताओं के लिए नसीहत माना जा रहा है जो ताजमहल का निर्माण कराने वाले मुगल शासक शाहजहां के शासन पर सवाल उठाते रहते हैं.
इसके अलावा योगी ने आगरा में पर्यटन को बढ़ाने पर भी जोर दिया. योगी ने कहा कि आगरा में फिलहाल पर्यटकों की संख्या 40-50 हज़ार के बीच है, जिसे बढ़ाकर 2-3लाख किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अगर उच्चतम न्यायालय अनुमति देगा तो आगरा की जलपूर्ति के लिए साढ़े तीन सौ करोड़ की योजना लागू करेंगे.
मथुरा-गोवर्धन भी जाएं
योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में ये भी कहा, ‘हम लोग चाहते हैं कि अगर कोई आगरा आए तो ताजमहल देखने के साथ मथुरा और गोवर्धन भी जाएं’.
विरोधियों को भी जवाब
योगी ने अपने आगरा दौरे पर सवाल उठाने वाले राजनीतिक दलों के नेताओं को भी जवाब दिया. उन्होंने कहा, ‘आगरा को हम पर्यटन के क्षेत्र में स्थापित कर रहे हैं तो लोगों को पीड़ा हो रही है. योगी ने कहा, विरोध करने वाले वो लोग हैं, जिन्होंने जाति के आधार पर यहां के लोगों को बांटा है.
बता दें कि यूपी सरकार की पर्यटन स्थलों की लिस्ट से ताजमहल का नाम गायब होने के बाद इस पर विवाद शुरू हुआ था. इसके बाद जहां बीजेपी के विरोधी दलों ने इसकी आलोचना की थी. वहीं, दूसरी तरफ यूपी के सरधना से बीजेपी विधायक संगीम सोम ने ताजमहल पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने ताजमहल को भारतीय संस्कृति पर धब्बा करार दिया था.
सैलानियों के साथ लीं तस्वीरें
ताजमहल पहुंचे योगी ने विदेशी सैलानियों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं. वहीं ताजमहल के बाहर समर्थकों ने योगी-योगी के नारे भी लगाए.