किसानों की ट्रैक्टर रैली में एक निहंग साधु ने तलवार से पुलिसकर्मी पर हमला करने का प्रयास किया। निहंग ने तलवार लेकर पुलिसवाले को दौड़ाया। इस दौरान आसपास मौजूद किसानों ने निहंग को रोकने के कई प्रयास किए। घटना अक्षरधाम के पास गाजीपुर बॉर्डर की है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं। सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली की सीमा में दाखिल हो गए। इसके बाद किसान अक्षरधाम पहुंचे। करीब पचास ट्रैक्टर निकलने तक पुलिस ने किसान नेताओं को समझाकर रोका। पुलिस ने पूरी तरह से रास्ते को बंद कर दिया है। किसान मार्च अब आनंद विहार की तरफ बढ़ रहा है।
इससे पहले दिल्ली के मुकरबा चौक पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन पर कब्जा कर लिया। इस दौरान पुलिस बैरिकेडिंग हटाते हुए प्रदर्शनकारियों को देखा गया। सिंघु बॉर्डर पर किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि हमें रिंग रोड की ओर बढ़ना है लेकिन पुलिस हमें रोक रही है। हमने उन्हें अपने सीनियर्स से बात करने के लिए 45 मिनट दिए हैं। हम शांतिपूर्ण परेड कर रहे हैं। जिस मार्ग पर वे हमें चलने के लिए कह रहे हैं, उस पर सहमत नहीं थे।
दिल्ली पुलिस द्वारा किसानों को करीब 5000 खोली और 5000 किसानों की अनुमति मिली थी, लेकिन परेड के दौरान किसान ट्रैक्टरों में ट्रॉली और करीब 25 से 30 हजार किसानों की संख्या के साथ दिल्ली में घुस गए। दिल्ली में विनोद नगर मेट्रो स्टेशन के पास किसानों का जमावड़ा लग गया। दिल्ली की सड़कों पर किसानों का पूरी तरह चक्का जाम हो गया। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे कि लेन पर बस और कंटेनर लगाकर रास्ता बंद कर दिया।
दिल्ली पुलिस ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के लेन पर रोडवेज की बस को लगाकर रास्ता बंद करने का प्रयास किया। इस पर किसानों का गुस्सा बढ़ गया जिन्हें दिल्ली पुलिस के कमिश्नर राजेश खुराना ने समझाया। इसके बाद मुकरबा चौक पर बैरीकेडिंग तोड़कर किसान आउटर रिंग रोड की तरफ कूच कर गए। इससे पहले संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। सिंघू बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली यहां पहुंची थी।