जालंधर। पंजाब इंस्टीट्यूट अॉफ मेडिकल साइंसिज (पिम्स) के पास बाज होटल के कमरा नंबर 209 में छापेमारी के बाद बच्चों की खरीद फरोख्त के मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। ये शातिर गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चों का सौदा करते थे। पुलिस ने कुल आठ लोगों पर बच्चों को बेचने का मामला दर्ज किया है। जांच में अब तक कुल 2 बच्चों के बेचे जाने की पुष्टि हो चुकी है।
डीसीपी हरजीत सिंह ने बताया कि खरीद फरोख्त के इस धंधे की मास्टर माइंड बंगा में शहीद भगत सिंह नगर के पïट्टी मोटवाली गांव निवासी डॉ. रमनदीप कौर उर्फ रमन (29) है। पुलिस ने मास्टरमाइंड रमन के साथ नेशनल इंटीग्र्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य अर्बन एस्टेट निवासी डॉ. विशाल भनोट (45), कपूरथला चौक में गली नंबर 12 के संगत सिंह नगर निवासी एग डोनर व दलाल हरजिंदर कौर उर्फ पूजा (30), अमृतसर जिले के ब्यास की वजीर भुल्लर निवासी एग डोनर व दलाल सीमा (28), बच्चे नवजोत (4 माह) की नानी जालंधर के बस्ती बावा खेल की मधुबन कालोनी की आशा (50) और नाना बृजमोहन (55) को गिरफ्तार कर लिया है।
होटल में 10 हजार रुपये में बेच रहे थे महिलाओ को
मौके से पुलिस को बच्चे की डील के लिए दिए 10 हजार रुपये भी बरामद हुए हैं। देर रात तक पूछताछ के दौरान पूरे रैकेट में जसवंत नगर निवासी डॉ. रीना और नकोदर की एग डोनर ज्योति का नाम सामने आया है। पुलिस ने मामले में इन दोनों को भी नामजद कर छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस ने कोर्ट में पेशकर सीमा और डॉ. रमनदीप का दो दिन रिमांड लिया है। डॉ. विशाल, बृजमोहन, आशा और हरजिंदर को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस की जांच में सामने आया कि नामजद हुई डॉ. रीना दकोहा फाटक के पास जसवंत हास्पिटल में कार्यरत है। इसके अलावा पुलिस को पहले बेचे गए एक ऐसे बच्चे का सुराग मिला है, जिसे न तो डॉ. रमनदीप ने बेचा और न ही डॉ. विशाल भनोट ने। डीसीपी हरजीत सिंह ने बताया कि मामले में कई और भी डॉक्टर इस पूरे गैैंग से जुड़े हुए हैैं। इसका जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
डीसीपी हरजीत सिंह ने बताया कि ह्यïूमन राइट प्रोटेक्शन फ्रंट के प्रधान राजीव शर्मा व जिला प्रधान पंजाब मानवाधिकार संगठन शशि शर्मा को कुछ दिनों पहले सूचना मिली कूल रोड पर ज्ञान नगर गली नं. 2 में स्थित सिटी एआरटी सेंटर में डॉ. रमनदीप कौर एक चार दिन के बच्चे को बेचना चाहती है। इसके लिए उन्होंने फोन पर डॉक्टर से बच्चे को खरीदने की पांच लाख में डील तय की। वादे के मुताबिक राजीव शर्मा मंगलवार दोपहर 1 बजे एक महिला को अपनी पत्नी बताकर क्लीनिक पहुंचे।
बकौल राजीव खुद को दिल्ली का बताते हुए उन्होंने मेल बच्चे की मांग की तो डाक्टर रमनदीप ने कहा कि एक दिन पहले ही उन्होंने उस बच्चे को लुधियाना में एक व्यापारी को दस लाख रुपये में बेच दिया है। जब राजीव ने सवाल किया तो डाक्टर का कहना था कि उनके पास दो प्रेग्नेंट महिलाएं हैैं चार दिन ठहर जाओ, बच्चा मिल जाएगा। इसके लिए उन्हें एक मेल बच्चे का 7 से 10 लाख तक देना पड़ेगा। राजीव ने तुरंत बच्चे की मांग की तो बुधवार शाम पांच बजे फिर से बुलाया। शाम को राजीव के फोन करने पर डाक्टर रमनदीप ने कहा कि वह इस समय नवांशहर में है। डील फाइनल है। बच्चा मिल जाएगा, रुपये का इंतजाम कर लें। वीरवार को सुबह फोन कर जानकारी दी तो राजीव और शशि ने सारी जानकारी पुलिस को दे दी।
डील के पुलिस ने ही बुक कराया कमरा
सीपी के निर्देश पर थाना सात की टीम ने पिम्स अस्पताल के पास राजीव और उसकी कथित पत्नी के लिए बाज होटल में 209 कमरा बुक करा दे दिया। बकौल राजीव फोन पर बातचीत के बाद दोपहर दो बजे डॉ. रमनदीप, डॉ. विशाल भनोट ने आकर 5.50 लाख में मेल बच्चे की डील की। शाम करीब 7.30 बजे डॉ. रमनदीप, डॉ. विशाल भनोट समेत चार माह का बच्चा और बुजुर्ग नाना नानी और एक महिला के साथ कमरे में आए। डील होते ही पुलिस ने छापामार कर छह को पकड़ लिया।
एक माह में करीब 25 बच्चों की डिमांड होती है
राजीव के मुताबिक वह जब डाक्टर से सिटी एआरटी सेंटर में बात कर रहे थे तो डाक्टर रमनदीप ने कहा था कि उसके पास हर माह 20 से 25 बच्चों की डिमांड होती है। बेहद मुश्किल से ही उनकी डिलीवरी हो पाती है। डा. रमनदीप ने यह भी बताया था कि कुछ समय पहले बठिंडा से महिला आती थी जिससे दो बच्चे खरीदे थे। लेकिन महिला ने जब कहा कि उन्हें जितने बच्चे चाहिए, मिल जाएंगे तो वह डर गई और बच्चे चोरी या लापता वाले न हों, सोचकर आगे डील नहीं की।