नई दिल्ली: पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने टीम इंडिया के नए हरफनमौला हार्दिक पंड्या की सराहना करते हुए उन्हें खास प्रतिभा बताया है. अपनी तूफानी बल्लेबाजी के कारण मशहूर रहे सहवाग का मानना है
कि हार्दिक पांड्या लंबी रेस के घोड़े हैं. यदि वे अपनी क्षमता के मुताबिक प्रदर्शन करते रहे तो खेल के तीनों फॉर्मेट में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे. हार्दिक ने इस साल वनडे क्रिकेट में गेंद और बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन किया है. चाहे इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई घरेलू सीरीज हो या चैंपियंस ट्रॉफी, वह गेंद और बल्ले से टीम के लिए उपयोगी साबित हुए. हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी पदार्पण किया और शतक लगाकर सभी को प्रभावित किया. यही नहीं, हार्दिक बेहद कम समय में कप्तान विराट कोहली का भरोसा जीतने में सफल रहे हैं.
सहवाग ने कहा, “हार्दिक लंबी रेस के घोड़े हैं. अगर वनडे क्रिकेट में अपने पूरे 10 ओवर फेंकते हैं तो इस भारतीय टीम को हरा पाना किसी भी टीम के बहुत मुश्किल होगा.” पंड्या आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हैं. यहीं से वह चयनकर्ताओं की नजर में आए और अब भारतीय टीम के प्रमुख सदस्य बन चुके हैं. टीम इंडिया इस समय श्रीलंका में सीरीज खेल रही है. टेस्ट सीरीज में मेजबान का 3-0 के अंतर से सफाया करने के बाद वह पांच मैचों की वनडे सीरीज में उसने 3-0 की अजेय बढ़त ले चुकी है.
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श्रीलंका की टीम के बारे में राय जताते हुए सहवाग ने कहा कि यह बदलाव के दौर से गुजर रही है. ज्यादातर खिलाड़ी नए होने के कारण टीम को स्थापित होने में अभी कुछ वक्त लगेगा. उन्होंने कहा, “श्रीलंका टीम के जितने बड़े खिलाड़ी थे, सभी संन्यास ले चुके हैं. युवा खिलाड़यों को अनुभव हासिल करने में समय लगेगा. चैंपियंस ट्रॉफी में एक वनडे मैच में उन्होंने जरूर भारत को हराया है, लेकिन अभी की टीम काफी नई है.
हालांकि उन्होंने कहा, हर टीम के साथ ऐसा दौर आता है. यह भारत के साथ भी हुआ, ऑस्ट्रेलिया के साथ भी हुआ, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के साथ भी हुआ. इस टीम को स्थापित होने में कितना समय लगेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि युवा खिलाड़ी कितनी तेजी से आगे आकर जिम्मेदारियां स्वीकार करते हैं.”हाल ही में चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर कहा था
कि अगर धोनी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते तो हमें दूसरे विकल्पों के बार में सोचना होगा.सहवाग इस मामले में एमएसके प्रसाद से इतर राय रखते हैं. वीरू का कहना है कि धोनी के प्रदर्शन को न देखते हुए उनके अनुभव को तरजीह दी जाए. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि धोनी को 2019 वर्ल्डकप खेलना चाहिए. उनके प्रदर्शन को नहीं देखना चाहिए क्योंकि हर खिलाड़ी के साथ एक ऐसा समय आता है कि जब वह खूब रन करता है और कभी-कभी उसका बल्ला रूठ जाता है. जितना अनुभव उन्हें निचले क्रम में बल्लेबाजी करने का है, उतना शायद किसी को नहीं है. धोनी का कोई विकल्प नहीं है.”