श्रीलंका के खिलाफ पांच वनडे मैचों की सीरीज के दौरान विराट ने करियर का 30वां शतक जड़कर वनडे में शतक बनाने के मामले में रिकी पॉन्टिंग के साथ दूसरे पायदान पर पहुंच गए हैं। उनसे आगे वनडे क्रिकेट में अब केवल सचिन तेंगुलकर ही रह गए हैं जिनके नाम वनडे में सर्वाधिक 49 शतक हैं। सचिन तेंदुलकर के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक दर्ज हैं। सचिन ने 200 टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक बनाए हैं। कुल अंतरराष्ट्रीय शतकों के मामले में विराट के 47 शतक हो गए हैं वनडे के 30 शतकों के अतिरिक्त विराट ने टेस्ट में 17 शतक बनाए हैं।

विराट ने कहा, मैं शतक बनाने के लिए कभी नहीं खेलता, इसलिए शायद मैं ज्यादातर मौकों पर इसे हासिल कर लेता हूं। मैं शतक जड़ने पर कभी ध्यान नहीं देता। इसलिए बैटिंग के दौरान दबाव में भी नहीं होता हूं। मैं कोई उपलब्धि हासिल करने के लिए नहीं खेलता मेरे लिए सबसे ज्यादा इम्पॉर्टेंट टीम के लिए जीत हासिल करना है।
टीम इंडिया के कप्तान ने इस पर आगे कहा, मैं पहले भी यह कह चुका हूं कि मैं 98 पर हूं या 99 पर, यदि मेरी टीम जीतती है तो मुझे ज्यादा खुशी होगी। इस दौरान शतक बन जाते हैं मैं मैच के आखिर तक मैदान पर बने रहना चाहता हूं। मैं मैच के परिणाम के बारे में सोचता हूं अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि के बारे में नहीं। 100 शतक बनाना कभी मेरा ध्येय नहीं रहा, अगले 8-10 साल या जितने भी दिन मैं क्रिकेट खेलूंगा मैं इस बारे में कभी कुछ नहीं सोचूंगा, क्योंकि मेरे मन में इस बात का सामान्य तौर पर ख्याल ही नहीं आता है। मैं सिर्फ ये सोचता हूं कि मैं अपनी टीम को कैसे जीत दिला सकता हूं।
इसके बाद विराट ने कहा, मैं चाहता हूं जब भी मैदान पर उतरूं अपनी क्षमता का 120 प्रतिशत दे सकूं। ये मेरे लिए ज्यादा जरूरी है मैं इसी माइंटसेट के साथ तैयारी करता हूं। अगल ऐसा करके मैं कोई व्यक्तिगत रिकॉर्ड बनाता हूं को यह खुशी की बात होगी लेकिन आप रन बनाइए और टीम को जिताइये इसके अलावा आप और कुछ नहीं सोच सकते। टीम की जीत ही मेरा अंतिम लक्ष्य होता है।