एक अकेली महिला हमारे देश में आज भी कहीं यात्रा करने से कतराती है, उसकी वजह है कुछ लोगों की नजर और सोच का गंदा होना है. ऐसे लोगों के वजह से महिलाओं को उचित स्थान नहीं मिल पाता है, कई बार ऐसे ही नासमझों और बेहयाओं के वजह से हमारी बहन बेटी दुखों के सैलाब में डूबने को मजबूर हो जाती है. उसे हमारे समाज, सिस्टम और दी जा रही दिलासाओं से नफरत हो जाता है. कोलकाता से मुंबई आ रही दूरंतो एक्सप्रेस में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने ट्रेनों में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं
मोबाइल की लाइट से जगाया और उन्हें प्राइवेट पार्ट दिखाने लगा
पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम अयूब सुलेमान है। महिला ने पुलिस को बताया कि सुलेमान की सीट महिला के पास ही थी। वह काफी देर से उनके साथ बात करने की कोशिश कर रहा था। रात होते ही दूरंतो के उस थर्ड एसी कोच में जब सब सो रहे थे, तब सुलमान ने महिला को मोबाइल की लाइट से जगाया और उन्हें प्राइवेट पार्ट दिखाने लगा।
जब वह जोर से चिल्लाने लगीं
इस दौरान उसने महिला के साथ जबरदस्ती भी की, लेकिन जब वह जोर से चिल्लाने लगीं, तो वह दूसरे कोच में भाग गया, लेकिन मदद के लिए कोई आगे नहीं आया।
नहीं था कोई सुरक्षाकर्मी
दूरंतो एक्सप्रेस में जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त वहां पर कोई सुरक्षाकर्मी नहीं था। महिला जाए तो जाए कहां? वह घबराई हुईं थीं, कुछ देर बाद किसी यात्री ने बताया कि साथ वाले कोच में टिकट चेकर बैठे हैं। इसके बाद महिला ने टिकट चेकर को पूरी आपबीती सुनाई। महिला की सीट चूंकि दूरंतो एक्सप्रेस ट्रेन है, तो उसके स्टॉपेज बेहद कम हैं। घटना के बाद पहला स्टॉपेज भुसावल आना था, जहां ट्रेन रुकनी थी।
टिकट चेकर ने महिला की सीट बदलवा दीइस स्टेशन पर ट्रेन तो रुकी पर वहां कोई सुरक्षाकर्मी नहीं मिला। इसके बाद ट्रेन चल पड़ी। हालांकि, इस दौरान टिकट चेकर ने महिला की सीट बदलवा दी।
पीड़ित महिला ने शिकायत दर्ज कराई
बाद में जब ट्रेन मुंबई सेंट्रल पहुंची तो पीड़ित महिला ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया।
कोलकाता से मुंबई लौटते वक्त उनके साथ यह घटना घटी
पीड़िता के मुताबिक, वह बहन की शादी के लिए कोलकाता गईं थीं। कोलकाता से मुंबई लौटते वक्त उनके साथ यह घटना घटी। वह पहले बेंगलुरू में नौकरी करती थीं, लेकिन कुछ समय पहले ही वह मुंबई में शिफ्ट हुई हैं।