इन्दोर शहर के एक रिटायर्ड फॉरेस्ट एसडीओ की 35 साल की बेटी की मौत के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। जिसमें लड़की के अपने दो दोस्तों के साथ रात में कार में घूमने के दौरान शराब पीने की बात अब तक सामने आई थी।
बताया जा रहा है कि लड़की ने दोस्तों के साथ एक तालाब के किनारे बैठकर शराब पी थी। इस दौरन हुए झगड़े में उसके बचपन के दोस्त ने ही गला घोंटकर उसकी जान ले ली। मृतका का नाम सुषमा पिता नरेंद्र अवस्थी है। वह सोमवार की रात अपने दो दोस्तों मनोज वाधवानी और जयकिशन कुरील के साथ उनकी कार में घूमने निकली थी।
बताया जाता है कि उन्हें सुषमा ने फोन कर बुलाया था कि उसकी नौकरी लगने वाली है। इस पर वे महेश नगर पहुंचे थे। सुषमा ने पार्टी का बोला तो वे उसे कार में बैठाकर गोपुर चौराहे पहुंचे, जहां से नमकीन और कैट चौराहे से शराब खरीदी। फिर तीनों चलती कार में शराब पीने लगे।
राजेंद्र नगर से खाने का सामान पैक करवाया और कैट स्थित तालाब पहुंचे। वहां भी तीनों ने खूब शराब पी। शराब पीने के बाद सुषमा और उसके बचपन के दोस्त मनोज के बीच झगड़ा हो गया। इसके बाद मनोज ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। फिर कुरील के साथ मिलकर लाश को कार में रखकर दोनों शहर में घूमते रहे। पूछताछ और मौके का मुआयना करने के बाद पुलिस ने बुधवार रात यह खुलासा किया।
अक्सर रात में घूमने जाया करती थी लड़की
इधर, फैमिली ने सुषमा के रातभर से लापता होने के बाद भी पुलिस को सूचना नहीं दी। पुलिस को पता चला है कि सुषमा कई बार रात में घूमने जाया करती थी और देर रात को घर लौटती थी। पहले वह बड़ी बहन शक्ति के साथ कंस्ट्रक्शन का बिजनेस करती थी। लड़की पिता से अलग बहन और मां के साथ दूसरे मकान में रहती है। पूछताछ में मनोज ने बताया कि वह कन्फेक्शनरी का काम करता है, जबकि जयकिशन फेब्रिकेशन का।
एेसे हुआ मामले का खुलासा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मंगलवार रात भर पूछताछ में दोनों आरोपी हत्या न करने की बात पर अड़े रहे। बुधवार सुबह पुलिस ने दोनों से कड़ाई से पूछताछ की। पहले जयकिशन से मौके पर ले जाने की पुलिस ने बात कही। वह गाड़ी में बैठकर पुलिस को मौके तक ले गया। पहले आरआर कैट, गोपुर, सुदामानगर व राजेंद्र नगर की बात करते रहे। फिर पुलिस ने वाधवानी को भी मौके पर ले जाने की बात कही। वाधवानी आरआर कैट के पास तालाब तक ले गया। यहां बैठकर शराबखोरी की बात कही। फिर कार में बैठकर घूमने की बात बताई।
दोनों के बयानों में काफर अंतर होने के और मौके में तालमेल न होते देख पुलिस ने मौके का एक बार फिर मुआयना किया। इसमें साफ हो गया कि मनोज ने ही सुषमा की हत्या की।
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई। शॉर्ट पीएम में गला दबाने के बाद हत्या के खुलासे के बाद पहले तो दोनों ने हत्या से इनकार किया, लेकिन पुलिस की जांच में साफ हुआ कि किसी बात को लेकर वाधवानी और सुषमा के बीच झगड़ा हुआ। इसी बीच गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई।