म्यांमार में सेना तख्तापलट के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच प्रशासन 23,000 से अधिक कैदियों को रिहा करने की योजना बना रहा है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। बता दें कि तख्तापलट का विरोध करन वालों के खिलाफ सैन्य अधिकारी लगातार लोगों को हिरासत में रहे हैं और उनके खिलाफ अरेस्ट वॉरेंट निकाल रहे हैं। म्यांमार में जब से सैन्य तख्तापलट हुआ है, वहां सेना खून की होली खेल जारी है। संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार के सुरक्षा बलों से बच्चों के खिलाफ हिंसा से बचने की अपील करते हुए कहा था कि फरवरी में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से कम से कम 51 बच्चों की मौत हो चुकी है।
संयुक्त राष्ट्र की तरफ से कहा गयाा था कि 13 अप्रैल तक म्यांमार के सुरक्षा बलों द्वारा कम से कम 51 बच्चों को मार दिया गया है और लगभग 1000 बच्चों को मनमाने ढंग से हिरासत में लिया गया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, म्यांमार की सेना ने एक फरवरी को नागरिक सरकार को उखाड़ फेंका था और एक साल की लंबी अवधि के लिए आपातकाल की घोषणा कर दी। इसके बाद से वहां पर अब तक कम से कम काफी संख्या लोगों को मारा गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले 10-11 अप्रैल को एक दिन में म्यांमार की सेना ने 82 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।